मुस्ताबाद में किसानों का धरना तीसरे दिन में दाखिल
प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में किसानों में उबाल, कई गांवों के लोग पहुंचे समर्थन में
करनाल विजय काम्बोज ||
गांव मुस्ताबाद में किसानों की काश्त भूमि पर जिला प्रशासन द्वारा एक रेत कारोबारी को जबरन कब्जा दिलवाने के प्रयास के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। दर्जनों किसानों ने डेरा डाल रखा है और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। आज धरने की अध्यक्षता किसान नेता जोगिन्द्र सिंह सांगवान शेखपूरा ने अध्यक्षता की, संचालन जिला महासचिव सुरेंदर सिंह बैनीवाल ने किया।
आस-पास के कई गांवों से किसान एकजुट होकर समर्थन में पहुंचे। सोमवार को किसान जिला सचिवालय पर प्रदर्शन करेंगे और एसपी से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। धरने पर उपस्थित किसानों ने “एकता जिंदाबाद”, “जमीन हमारी – हक हमारा”जैसे नारे लगाकर विरोध को मुखर किया। किसानों का आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना या कानूनी प्रक्रिया के प्रशासन ने भारी पुलिस बल और मशीनरी के साथ खेतों में घुसपैठ की, और कब्जा दिलवाने की कोशिश की। जब इसकी भनक किसानों को लगी, तो वे भारी संख्या में मौके पर पहुंचे और शांतिपूर्ण तरीके से इसका विरोध किया। विरोध को देखते हुए प्रशासनिक अमले को पीछे हटना पड़ा।
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी भूमि पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की गई, तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा जान दे देंगे, पर जमीन नहीं देंगे। किसानों का कहना है कि वे किसी भी हाल में अपने पुश्तैनी हक से पीछे नहीं हटेंगे।
धरनारत किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि वह तत्काल इस अवैध कार्रवाई को रोके और किसानों की भूमि को किसी भी निजी हित के लिए न छीना जाए। उन्होंने सरकार से यह भी अपील की है कि वह निष्पक्ष जांच कराए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
इस अवसर पर ईशम सिंह, जोगिंदर सिंह, सतपाल, सुरेंद्र बेनीवाल, जसमेर सिंह, विनोद राणा कालरम, महिंद्र सिंह, मंडल खेड़ा छपरा, राजकुमार, दवेंद्र सांगवान, वेदपाल, ओम प्रकाश, रमेश शर्मा, राजू सांगवान, ओमपाल, दीवानचंद, महावीर देशवाल, पाला राम, राम सिंह, दयाल सिंह, रविंदर, सेठपाल, राजकुमार, सुशील व श्याम सिंह सहित काफी संख्या में किसान शामिल थे।