इन्द्री विजय कांबोज।।
सिख धर्म के दसंवें गुरू श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी महाराज के प्रकाशोत्सव को लेकर शहर में शोभा यात्रा निकाली गई। यह शोभा यात्रा श्री गुरूद्वारा साहिब से शुरू होकर शहर के विभिन्न बाजारों में से होती हुई देर शाम वापिस श्री गुरूद्वारा साहिब पहुंची। इस शोभा यात्रा का शहर में अनेकों स्थानों पर शानदार स्वागत किया गया। इस मौके पर भाई जोरावर सिंह गतका पार्टी द्वारा अपने जौहर दिखाए गए जिसे सभी ने खूब सराहा। इस बारे में जानकारी देते हुए श्री गुरूद्वारा साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई गुरमुख सिंह ने बताया कि गुरू गोबिन्द सिंह जी के प्रकाशोत्सव को यह कार्यक्रम पूरी श्रद्धा के साथ हर वर्ष की भांति इस बार भी नववर्ष के पहले, दूसरे व तीसरे दिन को किया जाता है। इस प्रकाशोत्सव को लेकर पिछले दस दिनों से शहर में प्रभातफेरी निकाली गई। इसके बाद आज सुबह श्री गुरूद्वारा साहिब में तीन दिवसीय श्री अंखड़ पाठ साहिब की शुरूआत की गई। उन्होंने बताया कि आज पूरे श्रद्धा भाव से पूरे शहर में शोभा यात्रा निकाली गई। इस मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा में पंच प्यारे सबसे आगे चल रहे थे। श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी को बड़ी सुंदर पालकी में सुशोभित किया हुआ था।
उन्होंने बताया कि प्रकाशोत्सव के चलते मंगलवार रात को श्री गुरूद्वारा साहिब में कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा जिसमें पंथ के प्रसिद्ध रागी,ढ़ाड़ी,कविशरी जत्थे व प्रचारक श्री गुरू गोबिन्द सहिब जी के जीवन इतिहास का गुणगान करेगें। बुधवार को सुबह श्री अखंड़ पाठ साहिब जी का भोग ड़ाला जाएगा ओर इसके बाद कीर्तन दरबार होगा। अंत में गुरू का लंगर अटूट बरतेगा। उन्होंने बताया कि दशमेश पिता श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी महाराज ने पंथ की खातिर अपने पूरे परिवार की कुर्बानी दे दी थी जिसे कभी भूलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने सन 1699 में बैसाखी के दिन खालसा जो की सिख धर्म के विधिवत् दीक्षा प्राप्त अनुयायियों का एक सामूहिक रूप है उसका निर्माण किया। भाई गुरमुख सिंह ने बताया कि गुरु गोविन्द सिंह का जन्म 22 दिसम्बर 1666 को पटना में नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी और माता गुजरी के घर हुआ था। उनके बचपन का नाम गोविन्द राय था। पटना में जिस घर में उनका जन्म हुआ था और जिसमें उन्होने अपने प्रथम चार वर्ष बिताये ,वहीं पर अब तखत श्री हरिमंदर जी पटना साहिब स्थित है। इस मौके पर सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु महिलाओं ,पुरूषों व बच्चों ने भाग लिया।