वादा पूरा होने पर चंडीगढ़ पहुंचा समौरा गांव का वह बच्चा शक्ति सिंह जिसने गुल्लक के पैसों से मुख्यमंत्री को भेंट किया था पैन
करनाल विजय कांबोज।। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी के नेतृत्व में डी.एस.सी. समाज (वंचित अनुसूचित जाति) के लोगों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनके आवास पर मिलकर उनका धन्यवाद किया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने पर शपथ लेने के बाद पहली कलम से वंचित अनुसूचित जातियों की मांग पूरी की है। हरियाणा की अनुसूचित जातियों में समानुपात आरक्षण का वर्गीकरण वंचित अनुसूचित जातियों के लिए जिनकी 36 उप जातियां हैं, वह लागू किया है। पूर्व मंत्री बिशंबर वाल्मीकि, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, अमरजीत सोलंकी, विधायक कपूर वाल्मीकि, रामअवतार वाल्मीकि, डी.एस.सी. एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजिंद्र सिंह तेजी, दिनेश वाल्मीकि व सुभाष चंद्र सहित सर्व डी.एस.सी. समाज ने सी.एम. का आभार जताया।
करनाल जिले के समौरा गांव के बच्चे शक्ति सिंह भी चंडीगढ़ में सी.एम. सैनी को धन्यवाद पत्र सौंपा। बीती 16 अगस्त को इंद्री में जन आशीर्वाद रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को संबोधित करने आना था। तब तेजिंद्र सिंह तेजी के नेतृत्व में प्रदेश भर से डी.एस.सी. समाज के हजारों लोग समौरा से इंद्री तक 9 किलोमीटर बारिश के दौरान पैदल चलकर रैली में पहुंचे और सी.एम. के समक्ष अपनी मांग रखी थी। शक्ति सिंह ने अपनी गुल्लक तोडक़र चांदी का पैन खरीदकर सीॅ.एम को भेंट कर उनकी तकदीर लिखने की अपील की थी। तब बच्चे की भावनाओं पर सीएम का मन पिंघल गया और उन्होंने वादा किया था कि इस काम को अवश्य पूरा करेंगे। वादा पूरा होने पर शक्ति सिंह ने चंडीगढ़ पहुंच सीएम का आभार जताया। तेजी ने कहा कि सी.एम. सैनी ने पहली कलम से वंचित अनुसूचित जातियों की मांग पूरी करके एतिहासिक काम किया है। 2020 में पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकासमंत्री मनोहरलाल ने शिक्षा आरक्षण लागू किया था। यह समाज उनका भी हमेशा के लिए आभारी है।