हरियाणा में करनाल की एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार शाम को आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। वहीं, इस मामले में आरोपी ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं, लेकिन टीम अभी अपने पत्ते नहीं खोल रही है।
जानकारी के अनुसार, करनाल निवासी एक युवक ने करनाल ACB टीम को शिकायत दी थी कि कुछ दिनों पहले उसने करनाल के एक व्यक्ति को गाड़ी बेची थी। जिस व्यक्ति को उसने गाड़ी बेची थी, उसने पीड़ित को गाड़ी सबंधी अपना एफिडेविट दिया था। गाड़ी पीड़ित की धर्मपत्नी के नाम पर थी।
NDPS एक्ट में गाड़ी को किया काबू
पीड़ित ने बताया जब हमने गाड़ी सेल की तो उसके कुछ दिन बाद ही उस गाड़ी को नशीले पदार्थ की तस्करी करते हुए UP के सोनभद्र जिला की पुलिस ने पकड़ लिया और उसे अपने कब्जे में ले लिया। जिसे लेकर रॉबर्ट गंज थाने में NDPS के तहत मामला दर्ज किया गया। बाद में उसी थाने के कॉन्स्टेबल का उनके पास फोन आया। गाड़ी की पूरी सच्चाई उसे बता दी। उसको गाड़ी बेचने सबंधी एफिडेविट भी भेजा गया।
1 लाख रुपए की डिमांड
मामले की पूरी सच्चाई बताने के बाद भी यूपी के चोपन थाना के दो कॉन्स्टेबल मनजीत व सुनील ने गाड़ी की पुरानी मालकिन यानी उसकी पत्नी का नाम FIR में दर्ज न करने के बदले में 1 लाख रिश्वत की मांग की। इस दौरान उन्होंने बताया कि यह रिश्वत उच्च अधिकारियों तक जाती है, लेकिन वह उन्हें पैसे नहीं देना चाहता था और मामले की शिकायत करनाल ACB टीम को दी।
कॉन्स्टेबल पैसे लेने पहुंचा करनाल
पीड़ित ने बताया पुलिस कॉन्स्टेबल द्वारा उन्हें कई बार धमकी दी गई कि वह उसकी पत्नी को अंदर कर देंगे। अगर इस इससे बचना चाहते हो तो 1 लाख रुपए देने होंगे। बाद में 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। गुरुवार देर शाम को यूपी पुलिस का कॉन्स्टेबल मनजीत पैसे लेने के लिए करनाल के नए बस स्टैंड पर आया।
जहां पर पीड़ित ने जैसे ही आरोपी को पैसे दिए तो टीम द्वारा उसे मौके पर ही पैसे लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
टीम कर रही मामले की जांच
ACB इंचार्ज ने बताया कि टीम द्वारा आरोपी को शुक्रवार शाम को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे जिला जेल भेज दिया गया। आरोपी ने पूछताछ में काफी खुलासे किए हैं। टीम मामले की जांच कर रही है। इस मामले में जिसकी की भी संलिप्तता है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।