निपुण मिशन हरियाणा की ओर से चलाई जा रही एफएलएन अध्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन

इंद्री विजय कांबोज।। निपुण मिशन हरियाणा की ओर से चलाई जा रही एफएलएन अध्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला का खंड शिक्षा अधिकारी अंजू सरदाना द्वारा अध्यापकों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ समापन हो गया।
कार्यशाला के समापन अवसर पर अध्यापकों को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी अंजू सरदाना ने कहा कि बच्चों में जिज्ञासा, रुचि, लग्न, सतत प्रयास, समर्पण और निरंतरता पैदा करके उन्हें मनचाहा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए तैयार किया जा सकता है। एबीआरसी सैलजा गुप्ता ने  अध्यापकों से कहा कि गतिविधि आधारित शिक्षण के माध्यम से बच्चों को आकर्षित करके उन्हें कौशलों में निपुण बनाया जा सकता है।
मास्टर ट्रेनर डॉ. बारूराम मंढान व नीतू कम्बोज ने कहा कि औपचारिक तौर पर सीखे गए कौशलों को दैनिक जीवन में प्रयोग करने से ही वे समझ के स्तर पर मजबूत होते हैं और पूरे जीवन का अंग बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अंग्रेजी को पढ़कर उसका अर्थ जान लेना तथा संवाद के तौर भाषा का उचित प्रयोग करना अलग-अलग बात है। उन्होंने कहा कि भाषा में निपुण होने के लिए भाषा का व्यवहारिक जीवन में इस्तेमाल जरूरी है।
मास्टर ट्रेनर कविता रानी व निशा कंबोज ने कक्षा कक्ष की दीवारों पर आकर्षक व रुचि कर सामग्री तो व्यापक प्रदर्शन होना चाहिए।
एफएलएन कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र चौधरी व सुनंदा ने सीखने को प्रभावित करने वाले कारकों पर चर्चा की। मास्टर ट्रेनर रविंद्र शिल्पी व मोनिका ने कहा कि अध्यापकों को शिक्षण कार्य करते हुए लक्ष्य पर फोकस रखना होगा। उन्होंने कहा कि हर कक्षा के हर विषय की दक्षताएं निर्धारित की गई है तथा इन दक्षताओं को बच्चों को अर्जित करवाना अध्यापक वर्ग की जिम्मेदारी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!