धरती पर जब-जब धर्म की हानि होती है, भगवान होते है अवतरित : साक्षी गोपालदास

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शाहाबाद मारकंडा,13 दिसम्बर (सुरजीत शिवालिक): अंर्तराष्ट्रीय श्री कृष्ण भावनामृत संघ के तत्त्वाधान में इस्कॉन प्रचार समिति द्वारा श्रीमद् देवी भगवती बाला सुंदरी मंदिर धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथामृत के दूसरे दिन मंगलवार को कथा व्यवास साक्षी गोपालदास ने श्रद्धालुओं पर ज्ञान वर्षा करते हुए बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तब भगवान श्री कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। साक्षी गोपाल ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। इससे पहले कथा का शुभारंभ नगरपालिका प्रधान गुलशन कवातरा, गुल्लू वर्मा, सुेरश गौड़, शुभम साहनी, जयनाथ पांडे ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मंच का संचालन उमेश गर्ग ने किया। प्रधान के प्रधान परमानंद दास ने बताया  कि 15 दिसम्बर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव एवं मटकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। समिति की ओर से नपा प्रधान गुलशन कवातरा व अन्य अतिथिगणों  को स्मृति चिंह भेंट किए गए। इस अवसर पर प्रधान परमानंद दास, डा. नरेश गर्ग, धीरज गुप्ता, प्रवीण गोयल, अनिल अग्रवाल, नित्यानंद निमाईदास, ललित मोहन, राजीव सिंगला, सचिन मित्तल, जुगल कालड़ा, पवन गुप्ता सहित श्रद्धालु उपस्थित थे।