स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर स्वतंत्रता सेनानी की 105 वर्षीय पत्नी फुल्लो देवी से मिले विसा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण

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अतीत के संघर्ष और हालात पर गहन चर्चा,  स्वस्थ जीवन की कामना

करनाल विजय  काम्बोज |। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण के दिल में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों के प्रति कितना सम्मान, श्रद्धा व आदरभाव है, उसकी एक झलक आज घरौंडा में उम्र का शतक पूरा कर चुकी एक स्वतंत्रता सेनानी की विधवा के साथ की गई मुलाकात में देखी गई।

ऐसे मौके पर जब देश आजादी के जश्न में डूबा हो और स्वतंत्रता सेनानियों अथवा उनके परिवार के सदस्यों की सुध न ली जाए, यह कैसे हो सकता है। विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर गहरी आत्मीयता और अपनेपन की भावना के साथ घरौंडा में एक स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रणधीर सिंह की 105 वर्षीय पत्नी फुल्ला देवी व उनके परिजनों से मुलाकात की। अतीत की यादों को ताजा किया और परिवार के बच्चों को शिक्षा रूपी ज्ञान अर्जित कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

विधानसभा अध्यक्ष सुबह वार्ड दस में रणधीर सिंह के घर पहुंचे और श्रद्धा भाव से नमन करते हुए फुल्लो देवी के साथ उस समय के हालात और अनुभव पर गहन चर्चा की। फुल्ला देवी के पति स्वतंत्रता सेनानी रणधीर सिंह को सत्याग्रह आंदोलन में भाग लेने के कारण ढाई साल की सजा सुनाई गई थी। वे 1939 में नांदेड़(महाराष्ट्र)में एक हफ्ता और फिर निजामुद्दीन हैदराबाद में तीन महीने छह दिन जेल में बंद रहे। बाकी सजा उनकी माफ कर दी गई थी। रणधीर सिंह का 4 दिसंबर 1992 में निधन हो गया था।

विधानसभा अध्यक्ष ने फुल्लो देवी से पूछा-क्या परिवार के सदस्य उनकी ठीक से सेवा कर रहे हैं। जवाब में फुल्लो देवी ने हामी भरी। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें कल के स्वतंत्रता दिवस की याद दिलाई। परिवार में बच्चियों की शिक्षा के बारे में जानकारी ली और बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ रही उनकी पोती अंजली को अधिकाधिक ज्ञान अर्जित कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई सानी नहीं। अब तक सरकार भी मेरिट पर नौकरियां दे रही है।

बातचीत में फुल्लो देवी ने बताया कि वे आज भी तीन बार दूध पीती हैं। उनके बेटे ने बीच में दखल देते हुए बताया कि चने का सेवन भी करती हैं। तभी स्पीकर बोले-कॉलेज के दिनों में वे भी दिन में तीन-तीन किलो दूध पी जाते थे लेकिन आज के जाकत ऐसा नहीं कर रहे हैं। फुल्लो देवी से कहा कि आपने संघर्षपूर्ण व सादा जीवन देखा हुआ है, उस वक्त आजादी के लिए कितने लोगों ने कुर्बानी दी यह किसी से नहीं छिपा। उस  स्वाधीनता संघर्ष की जानकारी आज बच्चों को पुस्तकों के जरिए प्राप्त हो रही है। उन्होंने फुल्लो देवी की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना की।

विधानसभा अध्यक्ष ने गत दिवस भी तिरंगा यात्रा के शुभारंभ मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित करते हुए नागरिकों से अपील की थी कि वे भविष्य में भी इनका पूरा ध्यान रखें। समय-समय पर उनकी कुशलक्षेम जानें और यथा संभव सहायता करें। राजनीति में स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिवार के सदस्यों के प्रति इतना सम्मान व अपनेपन का भाव रखने वाले बहुत कम लोग हैं।