बढ़ती गर्मी में सतर्कता जरूरी: लू से बचाव के लिए अपनाएं घरेलू उपाय

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करनाल || देशभर में गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और तापमान कई स्थानों पर 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है। ऐसे में लू (हीट स्ट्रोक) का खतरा तेजी से बढ़ गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आमजन से अपील की है कि वे गर्मी में विशेष सावधानी बरतें और आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों को अपनाकर स्वयं को सुरक्षित रखें। लू एक चिकित्सकीय आपात स्थिति है, जो शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर उत्पन्न होती है। अधिक समय तक गर्म वातावरण में रहने और पर्याप्त जल सेवन न करने से यह स्थिति उत्पन्न होती है। इसके लक्षणों में तेज़ सिरदर्द, चक्कर आना, त्वचा का लाल और गर्म हो जाना, तेज़ नाड़ी, उल्टी, कमजोरी और यहां तक कि बेहोशी भी शामिल है।
लू से बचाव के लिए क्या करें
दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ लें, हल्के, सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें, छाता, टोपी या गमछा का प्रयोग करें, घर से निकलने से पूर्व हल्का भोजन करें, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ आदि का सेवन करें, शरीर को ठंडा और ढका रखें।
लू से बचाव के लिए क्या न करें
दोपहर 12 से 4 बजे के बीच धूप में बाहर न निकलें, गहरे रंग, तंग और सिंथेटिक कपड़े न पहनें, बिना सिर ढके तेज धूप में न निकलें, खाली पेट या भारी भोजन के बाद बाहर न जाएं, कैफीन, शराब या बहुत मीठे पेयों से बचें, अत्यधिक शारीरिक परिश्रम से बचें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह:
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मुकेश राणा का कहना है कि, “लू लगना सिर्फ एक मौसमी परेशानी नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य संकट है, जो समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा हो सकता है। शरीर को हाइड्रेट रखना और तेज़ धूप में जाने से बचना इसका सबसे बड़ा बचाव है। विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं अधिक संवेदनशील होती हैं, अतः इनका विशेष ध्यान रखें। यदि किसी व्यक्ति को चक्कर, अत्यधिक पसीना, उल्टी, या बेहोशी जैसा अनुभव हो, तो उसे तुरंत छायादार या ठंडी जगह पर ले जाएं, ठंडा पानी दें और शीघ्र ही चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।