इन्द्री विजय काम्बोज || हरियाणा में हर जरूरतमंद को घर देने के उद्देश्य से चलाई जा रही मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2.0 के तहत दूसरे चरण के प्लॉट आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस योजना के अंतर्गत पात्र गरीब परिवारों को घर बनवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 100 गज का प्लॉट दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2.0 के अंतर्गत आने वाले पात्र लाभार्थियों को प्लॉट आवंटित करने के लिए गांव-गांव में ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में इंद्री खंड के गांव धूमसी व धानोखेडी में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के खंड समन्वयक ब्रह्मïजीत ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत महाग्राम पंचायतों में 50 वर्ग गज के प्लॉट तथा नियमित पंचायतों में 100 वर्ग गज के प्लॉट दिए जाएंगे, जिनमें विभिन्न केंद्रीय/राज्य योजनाओं के माध्यम से सभी पात्र लाभार्थियों को पानी, स्वच्छता, सीवरेज, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी आंतरिक अवसंरचना उपलब्ध होगी।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के खंड समन्वयक ब्रह्मïजीत ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी की पी.पी.पी. (पी.पहचान पत्र) के अनुसार सत्यापित वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक होनी चाहिए। लाभार्थी हरियाणा का वास्तविक निवासी होना चाहिए तथा उसके पास परिवार पहचान पत्र आई.डी. होना चाहिए। लाभार्थी परिवारों के पास हरियाणा में पक्का मकान नहीं होना चाहिए। लाभार्थी गांव का स्थायी निवासी होना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिन लाभार्थियों ने पिछले 20 वर्षों में प्रियदर्शनी आवास योजना, इंदिरा आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना या किसी भी केंद्रीय/राज्य योजना से लाभ प्राप्त किया है, वे पात्र नहीं हैं।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के मार्गदर्शन ग्रामीणों को स्वच्छता एवं साफ-सफाई, जल संरक्षण व पॉलीथिन के प्रयोग से होने वाली हानियों के प्रति भी जागरूक किया व युवाओं को अपने गाँव के विकास में योगदान देने का आह्वान भी किया गया। ग्राम सभाओं में बोलते हुए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के खंड समन्वयक ब्रह्मïजीत ने ग्रामीणों को बताया कि आपसी भाईचारे के साथ गांव के विकास कार्य करवाने एवं एक दूसरे की मदद करेगें तो अवश्य ही हमारा गांव उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि आज हमारा पर्यावरण बहुत दूषित हो गया है जिसकी वजह से हमें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
समन्वयक ब्रह्मजीत ने बताया कि दैनिक जीवन में पॉलिथीन का प्रयोग जितना सुविधाजनक लगता है, उसका परिणाम उतना ही घातक है क्योंकि प्रयोग किए गए पॉलीथिन को नष्ट करना गंभीर समस्या है। यह जलने में पूरी तरह सक्षम नहीं है व जलने पर पॉलिथीन पूरी तरह नष्ट नहीं होते। पॉलिथीन का अपशिष्ट किसी काम नहीं आता, न तो वह पूरी तरह नष्ट होता है, पॉलिथीन उपयोग का कोई लाभ नहीं बल्कि हानि ही हानि है।
उन्होंने बताया कि प्रकृति को स्वच्छ एवं हरा-भरा रखने की जिम्मेवारी भी हमारी ही बनती है, यदि हमारी प्रकृति स्वच्छ एवं हरी-भरी होगी तो हमें जानलेवा बीमारियों का सामना नहीं करना पडेगा। उन्होंने कहा कि यदि हम अभी से यह संकल्प करें कि हमें पेड़-पौधे लगाकर प्रकृति को स्वच्छ एवं साफ रखना है तो यह संकल्प हमारे लिए आने वाले समय में एक वरदान साबित होगा। इसलिए हम सभी ने मिलकर प्रकृति को दूषित होने से बचाने का संकल्प लेना होगा।
इस मौके पर सरपंच प्रवीन कुमार, ग्राम सचिव सुरेन्द्र कुमार, जे.ई कृष्ण लाल, सीपीएलओ राजेश कुमार सहित गांवों के गणमान्य व्यक्ति एवं ग्रामीण मौजूद रहें।