बाबैन,1 दिसंबर(रवि कुमार): कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी नॉन टीचिंग के प्रधान व शुभकरमन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान रजवंत कौर ने कहा कि मेरी हमेशा सोच हर वर्ग के लोगो का भला करने की रही है। उन्होंने कहा है कि मेरा राजनीति में आने का मुख्य लक्ष्य राजनीति के माध्यम से जनता की निस्वार्थ भाव से सेवा व भला करवाना है। प्रधान रजवंत कौर बाबैन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। प्रधान रजवंत कौर ने कहा कि मेरा मुख्य लक्ष्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है लेकिन आज भी महिलाओं को अधिकार नही मिले है और आज समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ते जा रहे है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं को अबला कहा जाता था। इतिहास गवाह है कि महिलाएं कभी कमजोर नहीं रही हैं चाहे सती सावित्री हो या फिर रानी लक्ष्मीबाई। महिला शक्ति हमारे राष्ट्र की शक्ति है। उन्होंने कहा समाज में बेटा-बेटी एक समान हैं। बेटिया भी बेटों की तरह समाज में मा-बाप का नाम रोशन हर जगह कर रही हैं। उन्होनें ने कहा कि देश में घरेलू हिंसा मामले आए दिन बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने इसके खिलाफ कई कानून बनाए हैं, जिनका कठोरता से पालन होना चाहिए। उन्होनें ने कहा कि हम आधुनिकता की बड़ी-बड़ी बात तो करते हैं लेकिन विचारों और मानसिकता से अभी तक पुरातन सोच के बने हुए हैं इसी के चलते समाज की मानसिकता में बदलाव नहीं आ पा रहे हैं। उन्होनें ने कहा कि जिस देश में स्त्री के त्याग और ममता की दुहाई दी जाती हो, उसी देश में कन्या के पैदा होने पर पूरे परिवार में मायूसी और शोक छा जाना बहुत बड़ी विडंबना है। हमारे समाज के लोगों में पुत्र की बढ़ती लालसा कहीं न कहीं इस अपराध की सबसे बड़ी वजह है।