जमीन को खरीदने और बैचने वाले पहुंचे जमीन के कागजात लेकर एसपी के पास
करनाल विजय काम्बोज||
करनाल जिले के नीलोखेड़ी के गोल मार्कीट के पास कुछ लोग विशेष धर्म की आढ़ लेकर एक जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। इस मामले को लेकर इस जमीन को बैचने वाले आशीष और खरीददार मोहित तथा उनके सहयोगी एसपी गंगा राम पूनिया से मिल चुके हैं। आज एसपी के पास आशीष पहुंचे। उन्होंने न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने एसपी गंगाराम पूनिया को बताया कि उनकी जान को खतरा हैं। कुछ लोग ईसाई समुदाय के नाम पर उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे है। जब कि वह जमीन को बैच चुके हैं। यहा याद रहे कि इस मामले में पुलिस ने कई बार पहुंच कर विवाद को सुलझाया है। जो लोग इस जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं उनके पास इस जमीन के कोई कागजात नही हैं। इस विवाद के पीछ े का कारण बताया गया है कि एक ईसाई समुदाय के व्यक्ति द्वारा इस जमीन को हिंदू धर्म को मानने वाले को बैच दी। यही विवाद का कारण बन गया। जानकारी के अनुसार 1981 में मर्कुस मसीह पुत्र सीता मसीह ने यह जमीन खरीदी थी तब से उनका परिवार यहां पर रह रहा हैं। इस जमीन के पास में चर्च बना हुआ हैं। मर्कुस का परिवार भी ईसाई समुदाय से हैं। मर्कुस के निधन के बाद उसके परिवार ने यह जमीन 31 मार्च 2025 को अरुण कुमार और मोहित मल्होत्रा को बैच दी। इसके बाद दो अप्रैल 2025 से विवाद ईसाई समुदाय के कुछ लोगों ने पैदा किया। मर्कुस मसीह के पुत्र आशीष मसीह ने बताया कि वह पचास सालों से यहां पर रहे हैं। इस पर कभी चर्च का कब्जा नही था। ना ही पास्टर हाउस था। उनकी मंसा इस जमीन को हड़पने की थी। इस जमीन के मौजूदा मालिक मोहित ने बताया कि जब भी वह जमीन पर निर्माण करते हैं तो धर्म की आढ़ में उपद्रवी लोग काम रुकवा देते हैं और प्रशासन को गुमराह करते हैं। उन्होंने बताया कि यह लोग उनकेा धमकाते हैं। उन्होंने यह जमीन असली मालिकों के पास साक्ष्यों को देख कर ली थी। प्रशासन ने भी इसकी तस्कीद कर दी हैं। प्रशासन भी इस जमीन पर कानूनी मलिकाना हक मोहित तथा उनके सहयोगी का मानता हैं। दूसरे पक्ष को प्रशासन और पुलिस ने मई बार समय दियार लेकिन वह इस मामले में कोई भी वाजिब दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। इस मामले में जब पुलिस के एसएचओ राजपाल सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि इस जमीन पर चर्च का कोई लेना देना नहीं है यह जमीन जिसने भी खरीदी है उसका इस पर कानूनी कब्जा है। तीसरे पक्ष को उन्होंने पूरा समय दिया लेकिन वह कुछ भी पेश नहीं कर पाया।इस मामले की जांच करने के लिए डीएसपी बिक्रमजीत सिंह भ्ी पहुंचे। इस मामले में चर्च के पादरी बैंजामिन फै्रंकलिन से बात की तो उन्होंने इस मामले में कुछ कहने से इंनकार कर दिया।