दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से संस्कारशाला का किया गया आयोजन

7

आज के समय में किताबी शिक्षा के साथ साथ बच्चों को संस्कारी बनाना भी जरूरी है-साध्वी सत्या भारती
——————
इन्द्री विजय काम्बोज ||
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से इन्द्री के रामलीला ग्रांउड़ में संस्कारशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में बच्चों ने भाग लेकर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को किया। इस मौके पर संस्थान के शिक्षकों द्वारा बच्चों को योग, प्राणायाम सहित कई अन्य प्रकार की गतिविधियों को करवाया जिसमें बच्चों ने चाव से भाग लेकर उन गतिविधियों को किया। इस बारे में जानकारी देते हुए दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की साध्वी सत्या भारती ने बताया कि संस्थान की ओर से समय समय पर समाज को जागरूक करने के लिए धार्मिक कथाओं व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों के लिए संस्थान की ओर से संस्कारशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के बारे में सिखाया जाता है। आज के समय में किताबी शिक्षा के साथ साथ बच्चों को संस्कारी बनाना भी जरूरी है। पहले के समय में गुरूकुल होते थे जिनमें हर वर्ग के लोगों को उनमें शिक्षा पाना अनिवार्य था। गुरूकुल में शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी सिखाए जाते थे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को स्वास्थ्य संबधी शिक्षा भी दी जा रही है ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक व स्वस्थ हो सके। संस्थान की ओर से मंथन सकल्प कार्यक्रम के माध्यम से गरीब परिवार के बच्चों व जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। इसी प्रकार तिहाड जेल के कैदियों के लिए विशेष कार्यक्रम किया जाता है जिसमें कैदियों को सत्संग व मैडिटेशन इत्यादि सिखाया जाता है। नारी शक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि नशों से युवाओं को बचाने के लिए संस्थान की ओर से प्रकल्प कार्यक्रम के अंतगर्त स्कूल व कालेज स्तर पर सैमिनार आयोजित कर बच्चों को नशों के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाता है तथा मैडिटेशन से जोड़ा जाता है क्योकि ध्यान के माध्यम से इन बुराईयों को दूर करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस मौके पर काफी संख्या में संस्थान के साधक, साधिकाएं भी मौजूद रहे।