भद्रा काल के कारण 8 अगस्त को नहीं बांधी जाएगी राखी
पिहोवा,30जुलाई (यज्ञदत्त शास्त्री)भाई-बहन के प्रेम, स्नेह और विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व इस बार 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के अनुसार रक्षाबंधन सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष भद्रा काल के कारण तिथि को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
पंडित कृष्ण अवतार निक्कू अंबालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। लेकिन 8 अगस्त की दोपहर 2:12 से लेकर 9 अगस्त की सुबह 1:52 तक भद्रा काल रहेगा, जो अशुभ माना जाता है।
मान्यता है कि भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती, इसलिए इस बार रक्षाबंधन 9 अगस्त को उदया तिथि में मनाया जाएगा। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:35 से दोपहर 1:24 तक रहेगा। इसी अवधि में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं।
रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं, जबकि भाई बहन को जीवन भर उसकी रक्षा का वचन देता है। इस दिन घरों में उत्सव जैसा माहौल रहता है, मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान होता है।
पंडित निक्कू के अनुसार राखी बांधने की थाली में राखी, रोली, चावल, दीपक, मिठाई और नारियल अवश्य शामिल करें।
रक्षाबंधन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह पारिवारिक मूल्यों, आपसी प्रेम और संस्कारों को समर्पित त्योहार है, जिसका इंतजार पूरे साल लोग करते हैं।