इन्द्री विजय कांबोज|। एस्केप नर्सरी इंचार्ज राकेश कुमार ने बताया कि वन मंडल अधिकारी पवन शर्मा व आरएफओ रजत पंचाल के दिशा-निर्देशानुसार एक पेड़ मां के नाम व जल शक्ति अभियान मुहिम के तहत वन विभाग द्वारा नर्सरी में इस वर्ष एक लाख 35 हजार फलदार व छायादार पौधे तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि तैयार किए गए पौधे आमजन को निशुल्क वितरित किए जाऐंगे। उन्होंने बताया कि एस्केप नर्सरी में जामुन, पीपल, बड़, कटहल, चांदनी, गुलाब, कनेर, नीम, शीशम, तून, अंजून, बेलपत्र, गुल्लर, आंवला, कचनार, इमली आदि की 58 प्रजातियों के पेड़-पौधे तैयार किए गए हैं। गत वर्ष वन विभाग द्वारा इन्द्री स्थित मियावाकी जंगल में एक दिन में 10 हजार पौधे लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया गया।
नर्सरी इंचार्ज राकेश कुमार ने बताया कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में पेड़-पौधों का अहम योगदान होता है और वन विभाग मुहिम के लोगों को अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी करता रहता है। उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा भी पेड़-पौधे लगाने के कार्यक्रम आयोजित किए जाऐंगे। वन विभाग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस व योग दिवस के अवसर पर भी लोगों को विभिन्न प्रकार के पौधे मुफ्त वितरित किए गए थे। इस दौरान पेड़ पौधे वितरित करते हुए लोगों से अपील की कि इन पौधों को सुरक्षित जगह पर लगाएं और उनकी देखभाल भी करें।
नर्सरी इंचार्ज ने बताया कि पर्यावरण दूषित होने के कारण आज हमारे सामने अनेक प्रकार की विकट परिस्थितियां पैदा हो रही है। पेड़-पौधे ही हमारे स्वास्थ्य का आधार हैं। जो ऑक्सीजन हमें जीने के लिए चाहिए वह हमें पेड़-पौधों से ही मिलती हंै। उन्होंने कहा कि प्रकृति को स्वच्छ एवं हरा-भरा रखने की जिम्मेवारी हम सभी की बनती है, यदि हमारी प्रकृति स्वच्छ एवं हरी-भरी होगी तो हमारा पर्यावरण भी दूषित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने होंगे। ऐसा करने से न केवल हमें स्वास्थ्य लाभ होगा बल्कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को साफ एवं स्वच्छ पर्यावरण देने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हम अभी से यह संकल्प कर लें कि हमें पेड़-पौधे लगाकर प्रकृति को स्वच्छ एवं साफ रखना है तो यह संकल्प हमारे लिए आने वाले समय में एक वरदान साबित होगा।