इन्द्री विजय काम्बोज || दून पब्लिक स्कूल मुख़ाला इंद्री में आज महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर सभी अध्यापक गण और विद्यार्थियों ने महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये।इसके साथ ही स्कूल की प्रधानाचार्या अनु कांबोज ने विद्यार्थियों को महाराणा प्रताप जी के जीवन से परिचित कराते हुए बताया कि यह पावन दिन मेवाड़ के वीर राजपूत राजा महाराणा प्रताप सिंह के जन्म दिवस की स्मृति में मनाई जाता है। उन्हें विशेष रूप से राजस्थान में और पूरे भारतवर्ष में शौर्य, साहस और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। मुगल साम्राज्य के विस्तार के विरुद्ध उनके प्रबल प्रतिरोध ने उन्हें भारतीय इतिहास में अमर बना दिया है। हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर की विशाल सेना का सामना करते हुए उन्होंने जो वीरता दिखाई, वह आज भी राष्ट्रभक्ति और स्वाभिमान की प्रेरणा देती है। यह जयंती न केवल उनके जन्म का उत्सव है, बल्कि उनके आदर्शों, विरासत और भारत की सांस्कृतिक धरोहर में दिए गए अमूल्य योगदान का सम्मान भी है। दून पब्लिक स्कूल मे महाराणा प्रताप जयंती 29 मई 2025 को भारत के सबसे साहसी और प्रतिष्ठित योद्धाओं में से एक महाराणा प्रताप की 485 वीं जयंती के रूप में मनाई गई। वे अपने निर्भीक स्वभाव, अडिग समर्पण और मुगल साम्राज्य के खिलाफ वीरतापूर्ण संघर्ष के लिए जाने जाते हैं और भारतीय इतिहास में उनका एक विशेष स्थान है।
महाराणा प्रताप का जन्म महाराणा उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई से हुआ था। वे सिसोदिया राजपूत वंश से थे, जो अपने स्वाभिमान और युद्ध कौशल के लिए प्रसिद्ध था।
पिता की मृत्यु के बाद, सिंहासन को लेकर संघर्ष हुआ।उनके पराक्रम और नेतृत्व क्षमता के चलते उन्हें जगमल पर वरीयता दी गई और वे मेवाड़ के शासक बने।
मुगलों के विरुद्ध संघर्ष
उन्होंने अन्य राजपूत राजाओं की तरह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की।
आजीवन मुगल साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया और मेवाड़ की स्वतंत्रता को बनाए रखा।
हल्दीघाटी का युद्ध (1576)
आमेर के राजा मानसिंह के नेतृत्व में मुगल सेना से युद्ध किया।
यद्यपि युद्ध का परिणाम स्पष्ट नहीं था, फिर भी यह राजपूत वीरता का प्रतीक बन गया।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्य सहित स्कूल के सभी अध्यापक गण सुखदेव शर्मा,रविंद्र शर्मा,राम रतन कम्बोज,संदीप गर्ग, अरुण शर्मा, आशा शर्मा, नेहा शर्मा,मीना सीमा,गीता,रोमा,विमल,मधु,पूनम, रजनी,आरती,निशा,उषा, रितिका,गुरमीत कौर,दविंदर कौर,मीनाक्षी, मोनिका, टीनू, आंचल, शबनम, पूजा सहित अन्य सभी अध्यापक गण मौजूद रहे।