इंद्री विधानसभा क्षेत्र में नियुक्त माइक्रो ऑब्जर्वर की ट्रेनिंग वर्कशॉप आयोजित
इंद्री विजय काम्बोज । एसडीएम एवं रिटर्निंग अधिकारी सुरेंद्र पाल के मार्गदर्शन में रविवार को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के सभागार में माइक्रो ऑब्जर्वरों की ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस मौके पर एआरओ नायब तहसीलदार गौरव मौजूद रहे।
चुनाव एक्सपर्ट राजकुमार ने कहा कि मतदान के दिन माइक्रो ऑब्जर्वर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान के दिन बूथ पर अपनी ड्यूटी के प्रति सतर्क रहें। माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान की समाप्ति के बाद अपनी रिपोर्ट दिए गए फार्मेट में विधानसभा के जनरल ऑब्जर्वर को जमा करवानी है।
उन्होंने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर को पांच अक्तूबर मतदान के दिन सुबह 5.30 तक अपने बूथ पर पहुंचना है। सुबह 5.45 बजे मॉक पोल शुरू हो जाएगा। माइक्रो ऑब्जर्वर को यह देखना होगा कि मॉक पोल के समय कितने पोलिंग एजेंट उपस्थित रहे। मॉक पोल के समय कितनी पर्चियां वीवीपैट से निकाली गई और उसके बाद क्लोज व रिजल्ट का बटन दबाया गया या नहीं। क्रिटिकल बूथों पर सीसीटीवी कैमरे व वीडियोग्राफर भी नियुक्त किए जाएंगे। इसके अलावा अतिरिक्त सुरक्षाबलों की इन मतदान केंद्रों पर तैनाती होगी। सुबह 5.45 बजे मॉक पोल, उसके बाद सात बजे पोलिंग शुरू होने, शाम को मतदान की समाप्ति और उसके बाद बूथ से पोलिंग पार्टी के रवाना होने तक की सारी गतिविधियों को माइक्रो ऑब्जर्वर ध्यान से नोट करेंगे।
उन्होंने कहा कि एक माइक्रो ऑब्जर्वर के पास एक बिल्डिंग में एक से अधिक दो या तीन मतदान केंद्र भी हो सकते हैं। इसलिए उसे सभी मतदान केंद्रों की रिपोर्ट तैयार करनी होगी। मतदान की गोपनीयता, पोलिंग पार्टी का बूथ पर व्यवहार, पोलिंग एजेंटों की गतिविधियां, मतदाताओं का वोट डालने के लिए आना, फर्जी पोलिंग का प्रयास, बूथ पर मूलभूत सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, ईवीएम व वीवीपैट की प्रोपर वर्किंग, फार्म 17 सी पोलिंग एजेंटों को दिया जाना, पीओ डायरी का भरना आदि एक-एक एक्टिविटी को माइक्रो ऑब्जर्वर नोट करेंगे। उन्हेें किसी कार्य में हस्तक्षेप कतई नहीं करना है।
ट्रेनिंग वर्कशॉप में ईवीएम तथा वीवीपैट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वोटिंग समाप्त होने के बाद माइक्रो ऑब्जर्वर भी ईवीएम के एड्रेस टैग की स्लिप पर अपने हस्ताक्षर करेंगे।
