किसान भाई कृषि क्षेत्र में नई व उन्नत तकनीकों को अपनाकर राष्ट्र विकास में अपना बहुमूल्य योगदान सुनिश्चित करें : डॉ हर्षिता

2
अटल भूजल योजना करनाल द्वारा 4 दिन में खण्ड करनाल के 41 गांवों के 198 किसानों को इंडो इज़राईल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में अध्ययन भ्रमण कराया गया |
 
करनाल / घरौंडा विजय काम्बोज || सिंचाई विभाग के  मुख्य अभियंता-सह-परियोजना निदेशक डॉ सतबीर कादियान के दिशा निर्देशानुसार व कार्यकारी अभियन्ता रणवीर सिंह के मार्गदर्शन में  अटल भूजल योजना करनाल द्वारा 4 दिन में खण्ड करनाल के 41 गांवों के 198 किसानों को इंडो इज़राईल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में अध्ययन भ्रमण कराया गया  | किसान भाई कृषि की नई -नई तकनीकों को अपनाकर कृषि के उत्पादन की क्षमता बढ़ा सकते हैं जिससे कृषि की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा | कृषि क्षेत्र में तकनीकी रूप से सक्षम होना और नई उन्नत किस्म और नई तकनीकों का इस्तेमाल करना किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है उपरोक्त शब्द डॉ हर्षिता कृषि विशेषज्ञ ने अटल भूजल योजना करनाल द्वारा 10 गांवों के किसानों को इंडो -इज़राईल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र के अध्ययन  भ्रमण मे जानकारी देते हुए व्यक्त किये | इंडो- इज़राईल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र से कृषि विशेषज्ञ डॉ लवकेश ने किसानों को केंद्र जो कि लगभग 24 एकड़ में बना हुआ है का भ्रमण करवाया | केन्द्र की विशेषता यह भी है कि पूरे केन्द्र में सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई विधियां को ही अपनाया गया हैं, जो कि अपने आप में काफी अनूठी है |
डॉ नीरू ने किसानों को जानकारी देते हुए केन्द्र द्वारा तैयार की जा रही हाईटेक नर्सरी में कैसे पौध तैयार की जाती है विस्तार पूर्वक जानकारी दी | मिट्टी के बिना कोकोपीट में कैसे पौधे तैयार करके किसान भाईयों को उपलब्ध करवा जाता हैं | उन्होंने बताया कि मल्चिंग का उपयोग करके हम कैसे खरपतवार से फसल को या सब्जी को बचा सकते है और ज्यादा से ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं | बेल वाली सब्जियों में ज्यादातर ड्रिप विधि से सिंचाई कितनी लाभदायक साबित होती हैं जिससे पानी की तो बचत है ही लेकिन दूसरे फायदे भी गिनाए जैसे खाद या स्प्रे करना हो तो हम सूक्ष्म सिंचाई विधियां से ही साथ बनी वैचरी के माध्यम से आसानी से दे सकते हैं | ड्रीप विधि तथा फव्वारा विधि से सिंचाई करने से पौधे की गुणवत्ता खुले पानी की तुलना में अधिक अच्छी होती है |
अटल भूजल योजना करनाल के आई ई सी विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा  ने किसानों को संरक्षित खेती करने पर भी जोर दिया जिस पर लागत थोड़ी ज्यादा तो है लेकिन इसमें फायदा ज्यादा है किसान भाई पॉली हाऊस या नेट हाउस लगा कर इसे अपना सकते हैं | केन्द्र में किस प्रकार से लो टनल तकनीक का उपयोग करके कई सब्जियां लगाई जाती हैं लो टनल तकनीक का फायदा क्या होता हैं विस्तार पूर्वक जानकारी दी | उन्होंने बताया कि विशेषकर किसानों से अपील की कि वह कम से कम एक दो एकड़ में ऑर्गेनिक खेती को अवश्य अपनाएं जबकि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अनुकूल है और हमारी भूमि के स्वभाव को पुनः स्थापित करने के लिए और मिट्टी की उर्वरक शक्ति को बरकरार रखने के लिये अत्यंत जरूरी है | इसके लिए उन्होंने गोबर की खाद का ज्यादा इस्तेमाल करने पर बल दिया | केन्द्र में जैविक खाद केंचुआ की मदद से कैसे तैयार की जाती हैं उसके लिए एक आम किसान कैसे खाद तैयार कर सकता है से सम्बन्धित जानकारी दी |
            इस अवसर पर अटल भूजल योजना करनाल के आई ई सी विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा ने इंडो इज़राईल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र की कृषि विशेषज्ञ डॉ हर्षिता, डॉ नीरू डॉ लवकेश  व  केन्द्र के अन्य स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया | उन्होने कहा कि कृषि क्षेत्र में किसान भाईयों को नई -नई तकनीकी ज्ञान उपलब्ध करवाना और उन्नत प्रौद्योगिकी की जानकारी देकर सक्षम किसान बनाना यही सरकार का उद्देश्य है तभी कृषि फायदे का सौदा साबित हो सकता है |
            इस अवसर पर डी आई पी टीम से खण्ड़ समन्वयक कपिल कुमार, कृषि विशेषज्ञ नीरज कुमार,देव ऋषि एजुकेशन सोसाइटी की समन्वयक प्रीति, मास्टर ट्रेनर  सपना, किरण, प्रवीण कुमार,  रूकनपुर से भूजल सहेली उर्मिला रानी, नीलम, रत्नगढ़ से नीतू, गाँव टिकरी से दीपक कुमार, शिव कुमार, रिषी पाल,  रोहित, गाँव चुरनी जागीर से गुरमेज, पवन,  सतीश, गुरनाम,  दिलबाग, गाँव सलारू रामजुआरी,  रामचन्द्र, हुकम चन्द्र,  लख्मी चन्द,  संगोहा से वेद प्रकाश, अनिल कुमार, राम सिंह, अब्दुलापुर से किरण सिंह, रणधीर, जीत राम,  रमेश कुमार, बलजीत सिंह, टपराना से साहब सिंह, लाल चन्द,  सरदारी,  प्रेम सिंह, कुराली से लखविन्द्र सिंह,  मान सिंह, विशाल, जगीर सिंह,  संगोही से अजय,  बूरा,  बीरू राम, विशाल,  रामपाल, रम्बा से कश्मीर सिंह, अवतार सिंह, साहिल,  जोगी राम, बलवान,  दरड़ से ओम प्रकाश, नाथी राम,  सुनी,  रमेश, हुक्म चंद, कुलदीप सिंह,  सीआरपी प्रदीप कुमार, हंस राज व अनिल कुमार भी मौजूद रही |