वहीं किसानों ने किया रोड़ जाम
लाडवा ( गर्ग): लाडवा अनाजमंडी में धान की आवक काफी रही, परंतु खरीद एजेंसियों द्वारा धान की सरकारी खरीद न होने के कारण अनाजमंडी में धान की फसल के अंबार लग गए और किसानों का भी दोनों ही खरीद एजेंसियों के प्रति गुस्सा फूट गया। वहीं भारतीय किसान यूनियन के किसानों द्वारा धान की सरकारी खरीद करने वाले एजेंसी हैफ़ेड के कार्यालय के बाहर ताला जड़कर कार्यालय के बाहर जमकर उनके खिलाफ नारेबाजी की।
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मदनपाल ने कहा कि हैफ़ेड द्वारा अनाजमंडी से धान की सरकारी खरीद नहीं हो रही है। जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की शेलर मालिकों के साथ मिली भगत कर व्यापारियों व किसानों को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद न होने से अब अनाजमंडी में धान की फसल डालने के लिए जगह नहीं बची है और यदि जल्द ही खरीद से सुचारू रूप से शुरू नहीं की गई और उठान नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में किसानों के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वही लाडवा थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने मौके पर पहुंचकर भारतीय किसान यूनियन के किसानों को समझा-बुझाकर हैफ़ेड के कार्यालय का ताला खुलवाया, परंतु किसानों का गुस्सा उसके बावजूद भी शांत नहीं हुआ और वह प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे। मौके पर रामकुमार खेरा, संदीप कुमार, सुरेश जैनपुर, धर्मवीर, जसवीर जैनपुर, अंग्रेज, रामस्वरूप, शैलेंद्र, जोगिंदर, मेघराज, शिवकुमार, जितेंद्र, परविंदर व कृष्ण लाल आदि उपस्थित थे।
20 मिनट तक किया रोड जाम
हैफ़ेड पर द्वारा किसानों की धान की सरकारी खरीद नहीं हुई शुरू हुई तो उसके बाद भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों द्वारा लाडवा-रादौर मार्ग पर अनाजमंडी के गेट के बाहर मुख्य मार्ग पर 20 मिनट के लिए रोड जाम कर दिया गया और जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जिला प्रधान मदनपाल व अन्य किसानों ने कहा कि प्रशासन जानबूझकर किसानों की धान की फसल नहीं खरीद रहा है ताकि किसानों को नुकसान हो और चुनाव का बहाना लगाकर डिंगा-मस्ती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही हैफ़ेड द्वारा सरकारी खरीद शुरू नहीं की गई तो यह प्रदर्शन और उग्र हो सकता है और पूरे शहर की सड़कों को किसानों द्वारा जाम कर दिया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
बारदाना भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है
भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने आरोप लगाया कि बारदाना भी व्यापारियों को नहीं दिया गया है। जिसके कारण उनका धान की फसल खुले आसमान के नीचे धूप में पड़ी सूख रही है। जिसके कारण उसका वजन भी घट रहा है। जिससे किसानों को मोटा चूना लग रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द खरीद एजेंसी को बारदाना उपलब्ध करवाना चाहिए। बॉक्स कर्मचारियों ने मौके पर आकर जाम खुलवाया लाडवा थाना प्रभारी कुलदीप सिंह व कर्मचारियों ने मौके पर जाकर किसानों को समझा-बूझकर 20 मिनट के बाद जाम को खुलवाया और उसके बाद अनाजमंडी से धान की सरकारी खरीद का कार्य शुरू किया गया।