चुनाव प्रचार के दौरान जाति-धर्म, संप्रदाय और व्यक्तिगत टिप्पणी न करें-रिटर्निंग अधिकारी

सभी नागरिक आदर्श चुनाव आचार संहिता की पालना करें  ।
इंद्री विजय काम्बोज || एसडीएम एवं रिटर्निंग अधिकारी सुरेन्द्र पाल ने बताया कि इंद्री विधानसभा क्षेत्र में चुनाव को शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाना है। ऐसे में जरूरी है कि नागरिक आदर्श चुनाव आचार संहिता की पालना करें। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कोई भी व्यक्ति-प्रत्याशी अशोभनीय टिप्पणी या भाषा का प्रयोग ना करें। यदि कोई ऐसा करना आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वोट हासिल करने के लिए जाति, धर्म, भाषा और संप्रदाय संबंधित शब्दों या भाषा का प्रयोग नहीं किया जा सकता। उन्होंने  इंद्री विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि वे  चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने में जिला प्रशासन का सहयोग करें और लोकतंत्र के इस पवित्र पर्व में भागीदार बने।
रिटर्निंग अधिकारी एवं सुरेंद्र पाल ने बताया कि लोकतंत्र प्रणाली में जनता सर्वोपरि होती है और एक-एक वोट का बड़ा महत्व होता है, विधानसभा क्षेत्र इन्द्री में 5 अक्तूबर को मतदान होगा। सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के इस उत्सव में मतदान करके देश के प्रति अपने कर्तव्य का ईमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने बताया कि चुनाव में मतदान करने का मौका 5 साल के बाद मिलता है। यह अवसर हमें गंवाना नहीं चाहिए बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान करके अपने आप को गौरवान्वित महसूस करें। हमारे देश में युवाओं की संख्या अधिक है, इसलिए भारत को युवा देश कहते हैं। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी नागरिकों एवं राजनीतिक दलों को चुनाव आचार संहिता का पालना करना जरूरी है। रिटर्निंग अधिकारी  ने बताया कि चुनाव लोकतंत्र का एक पवित्र पर्व है, जिसमें हर नागरिक की भी सार्थक भागीदारी होती है। उन्होंने बताया कि संविधान के तहत 18 वर्ष आयु पूरी करने वाले हर नागरिक को वोट डालने का समान रूप से अधिकार है। चुनाव में एक-एक वोट कीमती है। उन्होंने कहा कि जिस नागरिक का वोट बन चुका है, वे चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग अपने विवेक से करें। नागरिक अपने वोट का महत्व समझें। संविधान ने हमें वोट का अधिकार दिया है और इस वोट के माध्यम से हम जनप्रतिनिधि चुनते हैं और आगे चलकर चुने गए जनप्रतिनिधि जनता की आवाज बनते हैं। उन्होंने कहा कि जागरूक मतदाता होने के नाते हमें अपने मत का अवश्य प्रयोग करना चाहिए।

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