भ्रष्टाचार की कमर टूटी और योग्यता को मिला बढ़ावा: अमर सिंह नंदगढ़

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केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई बिना खर्ची बिना पर्ची की नीति की हर तरफ प्रशंसा
अंबाला (जयबीर राणा थंबड)
दो दिन पहले हरियाणा में हुई सी ई टी की परीक्षा में जिस हिसाब से युवाओं ने बड़ी भागीदारी दिखाई, उससे लगता है कि युवाओं में योग्यता के बल पर नौकरी पाने की मंशा बढ़ गई है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एंव मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई बिना खर्ची बिना पर्ची की नीति की हर तरफ प्रशंसा हो रही है। यह शब्द हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के सदस्य अमर सिंह नंदगढ़ ने एक विशेष बातचीत में कहे। अमर सिंह ने कहा कि पिछले दिनों बिना खर्ची बिना पर्ची और योग्यता के आधार पर युवाओं को नौकरी मिली जिससे अन्य मेहनतकश युवाओं का हौसला बढ़ा। जिसके परिणाम स्वरूप इस बार सेट की परीक्षा में करीब 13.47 लाख युवाओं ने परीक्षा दी। इस नीति के कारण जहां भ्रष्टाचार की कमर टूटी है, वहीं योग्यता को बढ़ावा मिला है। नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओें को लूटने वाले दलालों का गोरखधंधा बंद हो गया है। आयोग पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ भर्तीया कर रहा है।
अमर सिंह नंदगढ़ ने कहा कि इस परीक्षा को पूरे प्रदेश में त्यौहार की तरह मनाया गया। परीक्षार्थियों को जहां परिवहन की सुविधा फ्री दी गई, वहीं महिला परीक्षार्थियों के साथ उनके परिजन को भी फ्री यात्रा कराई गई। परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर प्रशासन, सरकार और आयोग ने पुरी ईमानदारी और तत्परता से कार्य किया। परीक्षा के आयोजन में सहयोग करने वाले सभी कर्मचारियों, अधिकारियों व अन्य टीम का अमर सिंह नंदगढ़ ने आभार जताया। आयोग के अध्यक्ष हिम्मत सिंह पहले ही बता चुके हैं कि पेपर की आंसर की जल्द डाल दी जाएगी और जल्द ही इसके लिए भर्ती भी की जाएगी।

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जब केवल एक परीक्षार्थी के लिए बुक कर दी पूरी बस
अमर सिंह नंदगढ ने बताया कि इस परीक्षा को लेकर प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी खुद मैदान में डटे रहे ताकि किसी परीक्षार्थी को केंद्र तक जाने में या कोई अन्य सुविधा न हो। वहीं खुद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी इस परीक्षा को लेकर इनपुट लेते नजर आए। इसके अलावा स्टाफ सिलेक्शन आयोग के अध्यक्ष हिम्मत सिंह, सभी सदस्यों व अन्य टीम भी केंद्रों पर जांच करती रही। अमर सिंह ने बताया कि वह अंबाला कैंट बस स्टैंड पर यह जांच कर रहे थे कि सभी परीक्षार्थी परिवहन सुविधा के साथ अपने केंद्रों पर पहुंच जाए। इस दौरान सभी परीक्षार्थी बसों में चले गए लेकिन एक लड़की रह गई। जिस पर वहां मौजूद अंबाला के एडीसी ने उस लड़की का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप परीक्षा से नहीं छूटेंगे चाहे उनके लिए स्पेशल बस भेजनी पड़े। उस लड़की को एक बस में बैठा दिया गया। लेकिन तभी कुछ अन्य परीक्षार्थी भी वहां पहुंचे और उन परीक्षार्थियों के साथ बस को रवाना किया गया। इसी तरह कई जगह डायल 112, पुलिस ने, परिवहन विभाग, आटो चालकों ने परीक्षार्थियों की मदद की