नियमित योग करने से बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है-डाॅ0 अमित पुंज

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करनाल विजय काम्बोज ||

आयुष विभाग करनाल के जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ0 सतपाल ने बताया कि आयुष विभाग के महानिदेशक श्री संजीव वर्मा आई0ए0एस0 के मार्गदर्शन में तथा जिला प्रशासन करनाल से माननीय उपायुक्त महोदय  उत्तम सिंह के दिशा निर्देशन में तथा जिला करनाल के नोडल अधिकारी  मोनिका एच0 सी0एस0 नगराधीश करनाल की देखरेख में जिला करनाल में 11 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 को सफलतापूर्वक मनाने के लिए प्रथम कड़ी में 26 मई  से 28 मई  तक जिला करनाल के 6 ब्लॉक असन्ध, घरौण्डा, निसिंग, इन्द्री, नीलोखेड़ी तथा करनाल में ब्लाॅक स्त्तर पर शिक्षा विभाग के 248 पीटीआई, डीपीई तथा 115 आयुष विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियो  363 प्रतिभागियों ने अन्तर्राष्ट्रीय योग प्रोटोकाॅल के प्रशिक्षण में प्रथम दिन भाग लिया।
करनाल ब्लॉक मे अटल पार्क सेक्टर 8 के योग शेड, जे पी एस अकादमी असंध, पी एम एस जी एस एस एस घरौंडा, जी जी एस एस एस इंद्री,पी एम एस जी एस एस एस नीलोखेड़ी , जी एस एस एस निसिंग में अंतरराष्ट्रीय योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
करनाल ब्लॉक में प्रथम दिन आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ तथा नोडल अधिकारी हरियाणा योग आयोग करनाल ने डॉ अमित पुंज ने योग प्रोटोकॉल का अभ्यास करवाया , अंतरराष्ट्रीय योग प्रोटोकोल के तहत प्रार्थना के साथ शिविर का शुभारंभ किया गया जिसके बाद सूक्ष्म व्यायाम, विभिन्न आसन, प्राणायाम व ध्यान आदि का प्रशिक्षण दिया गया |श्रीमती कुसुम शर्मा ,योग सहायक श्रीमती कुसुम लता ने हे दुख भंजन मारुति नंदन सुन लो मेरी पुकार यह भजन सुनाया, शिविर का समापन शांति पाठ के साथ किया गया |

आज के कार्यक्रम में जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ सतपाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सुदेश, ब्लॉक इंचार्ज डॉ नितिन रोहिला, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष  सोमनाथ अरोड़ा, आयुष विभाग के योग सहायक, योग इंस्ट्रक्टर तथा अन्य साधक गण उपस्थित रहे ।

डाॅ0 अमित पुंज ने बताया कि सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल के सभी पीटीआई तथा डीपीई, विभिन्न योग संस्थान पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, भारतीय योग संस्थान सहित सभी योग का शिक्षण प्रशिक्षण करने वाली संस्थाओं का तथा उनके योग शिक्षकों का इस सफल आयोजन में सहयोग हेतु धन्यवाद दिया तथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के हेतु आने वाले आगामी प्रोग्रामों के लिए भी लगातार तैयार रहने , विभिन्न पार्कों में तथा संस्थाओं में योग का निरंतर शिक्षण करते रहने के लिए तथा साधकों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।