इंद्री विजय काम्बोज || गन्ना संघर्ष समिति के किसान प्रतिनिधियों की भादसों शुगर मिल प्रशासन के साथ आगामी गन्ना सीजन एवं मिल चलाने को लेकर चर्चा हुई जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष रामपाल चहल ने की। बैठक में मिल की ओर से वाईस प्रधान कर्मसिंह ने 15 नवंबर से शुगर मिल चालू करने की बात कही। किसान प्रतिनिधियों ने गन्ना सीजन में मिल के अंदर किसानों को मूलभूत सुविधाएं देने की मांग रखी, जिसपर अधिकारी ने पर्याप्त सुविधाओं का प्रबंध किए जाने का आश्वासन दिया। किसान नेताओं ने कहा कि शुगर मिल चलाने को लेकर चर्चा हुई। किसानों की ओर से 10 तारीख को मिल चालू करने की मांग की गई क्योंकि यमुनानगर में 31 अक्तुबर को मिल चालू हो चुका है। भादसों मिल प्रशासन की ओर से 15 नवंबर को मिल चालू करने का आश्वासन दिया गया और इससे पहले किसानों के पास गन्ने की पर्ची भी पहुंच जाएगी।
मिल में किसानों के बैठने, खाने पीने की व्यवस्था, पीने के पानी, सीसीटीवी कैमरे व मिल यार्ड व्यवस्था दुरुस्त किए जाने को लेकर भी चर्चा हुई। किसान नेताओं ने गन्ने के रेट 450 रूपए प्रति क्विंटल किए जाने की मांग की। केन वाइस प्रधान कर्मसिंह ने कहा कि गन्ना संघर्ष समिति के साथ बैठक हुई है और हालही में केन कंट्रोल बोर्ड की मीटिंग में भी तय हो गया था कि 15 नवंबर को शुगर मिल चालू कर दिया जाएगा। वीरवार को बैठक में किसानों को मूलभूत सुविधाएं देने को लेकर भी चर्चा हुई। किसानों की मिल के संबंध में कुछ जायज मांगे होती हैं जिनपर समय अनुसार काम किया जाता है। आगामी सीजन में गन्ने की पैमेंट समय पर किए जाने को लेकर भी चर्चा हुई है। इस बार सीजन में 75 लाख क्विंटल गन्ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।