पिंगली डेयरी कॉम्पलैक्स में पशु डेयरियां जल्द से जल्द हो स्थानांतरित, निगम अभियंता सुविधाओं को करें दुरूस्त- डॉ. वैशाली शर्मा, निगमायुक्त।

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डेयरी प्लॉटों में मिट्टïी भरपाई कार्य शुरू, सीमांकन कार्य करें जल्द, बिजली आपूर्ति के लिए विभाग को लिखें पत्र।
अपील- पिंगली डेयरी कॉम्पलैक्स में प्लॉट के लिए डेयरी संचालक करें आवेदन।
करनाल विजय काम्बोज ||         
शहर को जल्द से जल्द पशु डेयरी मुक्त करके नगर निगम अपने मकसद में पूरा हो सके, इसे लेकर नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने शुक्रवार को निगम अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। मीटिंग में उप निगम आयुक्त अभय सिंह, निगम अभियंता तथा सचिव बल सिंह मौजूद रहे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते कहा कि पिंगली डेयरी परियोजना स्थल पर मिट्टïी डलवाने का कार्य शुरू हो चुका है, जिन डेयरी संचालकों द्वारा नींव डलवाई जा चुकी है, उनके प्लॉटों में जल्द से जल्द 3 फुट तक मिट्टïी की भरपाई करवाई जाए, ताकि वह आगे का कार्य शुरू कर सकें।
उन्होंने सचिव को निर्देश दिए कि डेयरी कॉम्पलैक्स में मौजूद फेज-2 का सीमांकन नायब तहसीलदार, नगर निगम करनाल की मार्फत करवाया जाए। इस कार्य को जल्द कर सीमांकन (डीमारकेशन) प्लॉट मालिक को दें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन डेयरी संचालकों ने डेयरी का निर्माण कर लिया है और वह डेयरी स्थानांतरण करने में देरी कर रहे हैं, उन्हें नोटिस जारी करें। इसके लिए उन्हें 15 दिन का समय दें। इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई शुरू करें।
परियोजना स्थल पर पशु अस्पताल व डॉक्टर की उपलब्धता के लिए पशुपालन विभाग को पत्र लिखा जाए। रात्रि के समय स्ट्रीट लाईट व हाई मास्ट लाईट जलती रहें, डेयरी कॉम्पलैक्स में बिजली की आपूर्ति हर समय उपलब्ध होनी चाहिए, इसके लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम को पत्र लिखा जाए।
डेयरी कॉम्पलैक्स स्थल पर सुविधाएं करें दुरूस्त- उन्होंने निगम अभियंताओं को निर्देश दिए कि पिंगली डेयरी कॉम्पलैक्स में सडक़, जलापूर्ति, सीवरेज व स्ट्रीट लाईट से सम्बंधित सुविधाओं का निरीक्षण किया जाए। अगर कहीं खामी दिखाई देती है, तो उसे जल्द से जल्द दुरूस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि इन्हें लेकर डेयरी संचालकों को परेशानी नहीं आनी चाहिए।
गोदाम बनाने वालों पर करें सख्त कार्रवाई- उन्होंने सचिव को निर्देश दिए कि जिन डेयरी संचालकों ने डेयरी निर्माण के बाद पशुओं को रखने की बजाए डेयरी को गोदाम इत्यादि में परिवर्तित कर लिया है, ऐसे डेयरी संचालकों पर अलॉटमेंट की शर्तों के अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने स्पष्टï किया कि ऐसा कार्य बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिंगली डेयरी परियोजना की यह है स्थिति- निगमायुक्त ने बताया कि पिंगली डेयरी परियोजना स्थल पर कुल 231 प्लॉट मौजूद हैं। इनमें से 144 प्लॉट, ड्रॉ ऑफ अलॉटमेंट के माध्यम से दिए जा चुके हैं, जबकि 5 प्लॉटों की अलॉटमेंट रद्द कर दी गई है। इसका कारण डेयरी संचालकर द्वारा समय पर किश्त अदा न करना तथा डेयरी निर्माण में देरी करना है। उन्होंने बताया कि 36 डेयरी संचालकों ने निर्माण पूरा कर डेयरी को शिफ्ट कर लिया है, जबकि 83 निर्माणाधीन हैं। करीब 90 डेयरियों में मिट्टïी भरपाई करवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त डेयरी प्लॉट लेने के लिए 44 आवेदन नगर निगम कार्यालय में प्राप्त हुए हैं, जल्द ही सम्बंधित डेयरियों का सर्वे कर ड्रॉ निकालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
उन्होंने डेयरी संचालकों से अपील करते कहा कि जिन्होंने अभी तक पिंगली डेयरी कॉम्पलैक्स में प्लॉट लेने के लिए आवेदन नहीं किया है, वह जल्दी से जल्दी आवेदन करें, ताकि उन्हें ड्रॉ के माध्यम से प्लॉट अलॉट किए जा सकें और शहर डेयरी मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि करनाल एक स्मार्ट सिटी है, परंतु डेयरियों के होने के कारण पशुओं के गोबर से शहर के काफी नाले/सीवर चौक रहते हैं, जिससे आमजन को परेशानी उठानी पड़ती है और साफ-सफाई में भी बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि आगामी मानसून सीजन भी आने वाला है, उस समय भी नाले व सीवर चौक होने के कारण बरसाती पानी की निकासी पूर्ण रूप से नहीं हो पाती, जिससे शहर में जल भराव की स्थिति उत्पन्न होती है।