करनाल || करनाल शुगर मिल की तरफ से गांव बदरपुर में शुक्रवार को गन्ना फसल विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में गांव बदरपुर कलसौरा, बियानी व डबकौली के किसानों ने भाग लिया। गन्ना फसल विचार गोष्ठी में करनाल मिल की प्रबन्ध निदेशक अदिति सहित करनाल मिल के अधिकारी व मिल के अन्य स्टाफ ने भाग लिया।
गन्ना विचार गोष्ठी में प्रबन्ध निदेशक अदिति ने किसानों को अक्टूबर महीने में गन्ने की फसल की बिजाई ट्रेंच व चार फुट और उसके साथ अंत: फसलें जैसे सरसों, लहसुन, चना, मेथी, धनिया, गेहूं की फसल की बिजाई करने का अनुरोध किया। उन्होंने मिल में आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की और सीजन चलने से पहले किसानों की समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने मिल में 238 किस्म का रकबा कम करने का अनुरोध भी किया और इसके स्थान पर नई गन्ना किस्मों का रकबा बढ़ाने के लिए गन्ना शोध संस्थान से किसानों को बीज उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया। प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि गन्ने के सर्वे की लिस्ट मिल के प्रत्येक गांव में चस्पा कर दी जायेगी। अगर किसी किसान को अपने गन्ने के बारे में शिकायत है तो 21 सितम्बर तक लिखित रूप में दे सकता है।
गन्ना निरीक्षक ने गन्ने की फसल की बिजाई की नई विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने गन्ने की फसल में सिंचाई व यूरिया कम प्रयोग करने का सुझाव दिया। गन्ने की फसल में यूरिया खाद का प्रयोग 30 जून से पहले करने का भी अनुरोध किया। इफको की तरफ से आये हुए अधिकारी निरंजन यादव ने किसानों को यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया व नैनो डी-ए-पी का प्रयोग गन्ना फसल में करने की सलाह दी। इस किसान गोष्ठी में लगभग 100 किसानों ने भाग लिया।









