नीलोखेड़ी || चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत विस्तार शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी में वीडियो उत्पादन तकनीक विषय पर चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। समापन समारोह की अध्यक्षता संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डा. संजय कुमार ने की जबकि चितकारा यूनिवर्सिटी में जनसंचार विभाग के प्रोफेसर डॉ. पंकज गर्ग ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
डा. पंकज गर्ग ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के डिजिटल युग में, जब हर किसान के हाथ में स्मार्टफोन है, वीडियो किसानों तक जानकारी पहुंचाने का सबसे प्रभावी और गतिशील माध्यम बन गया है। यह केवल सूचना नहीं देता, बल्कि खेत पर नई तकनीकों का सीधा प्रदर्शन करके, बीज बोने से लेकर फसल काटने तक की प्रक्रिया को दिखाकर और सरकारी योजनाओं को सरल एनिमेशन के माध्यम से समझाकर किसानों को सशक्त बनाता है। वीडियो के माध्यम से, हम दूर-दराज के क्षेत्रों में भी अपनी पहुंच बना सकते हैं और किसानों को सही समय पर सही सलाह दे सकते हैं। क्षेत्रीय निदेशक डॉ. संजय कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के कृषि विस्तार कार्यकर्ता को सिर्फ कृषि विशेषज्ञ ही नहीं, बल्कि एक प्रभावी संचारक भी बनना होगा। मीडिया कौशल सीखना अब एक विकल्प नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता है। विस्तार शिक्षा संस्थान फील्ड फंक्शनरीज को वीडियो बनाने, उन्हें संपादित करने और सोशल मीडिया जैसे यूट्यूब, व्हाट्सएप और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों पर साझा करने के लिए प्रशिक्षित करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि संस्थान का लक्ष्य है कि विस्तार अधिकारी कृषि के डिजिटल राजदूत बनें, जो अपनी विशेषज्ञता का उपयोग वीडियो के माध्यम से लाखों किसानों तक पहुंचने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने में करें।
क्षेत्रीय निदेशक डा. कुमार ने बताया कि यह संस्थान वाईस-चांसलर प्रोफेसर बी. आर. कांबोज, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नेतृत्व में उत्तर भारत के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य पालन, वानिकी, महिला एवं बाल विकास इत्यादि विभागों के विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है। वित्तीय सहयोग देने के लिए विस्तार निदेशालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल का भी धन्यवाद किया। इस दौरान प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के बारे में अपना फीडबैक देते हुए संस्थान की सुविधाओं की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का समन्वय डॉ. अजय कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर राज्यों के कृषि विस्तार अधिकारियों ने भाग लिया है। इन अधिकारियों ने वीडियो उत्पादन के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके योगदान की सराहना की। समापन कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान डा. सत्यकाम मलिक, डा. जसविंद्र कौर एवं डा. अनिल कुमार रोहिला सहित संस्थान के सभी कर्मचारी एवं प्रतिभागी मौजूद रहे।









