करनाल विजय काम्बोज || दिव्य ज्योति जाग्रती संस्थान की ओर से सेक्टर 32 पार्क, नजदीक शहीद उधम सिंह चौक में वन महोत्सव के उपलक्ष्य में पौधारोपण किया गया | जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित करना और प्रोत्साहित करना हैं | पेड़ हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी हैं | वह हमें ऑक्सीजन देते हैं,पर्यावरण को शुद्ध करते हैं और बारिश में मदद करते हैं | लेकिन जनसंख्या और विकास के कारण जंगलों की कटाई हो रही है,जिससे जलवायु परिवर्तन,प्रदूषण और भूमि कटाव जैसी स्थिति बढ़ रही हैं | प्रकृति और मानव के बीच में कभी गहरी दोस्ती हुआ करती थी | पर देखते ही देखते इस दोस्ती के एक पक्ष ने यानी हमने लालच का रुख ले लिया | दोस्ती के नाम पर प्रकृति का शोषण करना शुरू कर दिया | उदार प्रकृति मौन रही लेकिन हमारे कर्म कम नहीं हुए बल्कि दिन दुगने रात चौगुने होते गए | मानव ने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया | जिसकी वजह से हम कितनी सारी ऐसी प्राकृतिक आपदाएं देखते हैं और कहते हैं ईश्वर ने मनुष्य के साथ ठीक नहीं किया | मनुष्य के कर्मों से जो प्राकृतिक आपदाएं आती हैं, इसके विषय में योगानंद परमहंस जी ने भी अपने आध्यात्मिक प्रवचनों में कुछ इस प्रकार कहा – जब तक मनुष्य अपने दुष्कर्मों पर रोक नहीं लगाता, तब तक विश्व भर में प्राकृतिक आपदाओं के रूप में विनाश होता ही रहेगा जब-जब मनुष्य की आध्यात्मिक चेतना पर भौतिकवाद का रंग चढ़ जाता है, तब तब सृष्टि में नकारात्मक तरंगों का प्रभाव बढ़ता हैं | इस कारण प्रकृति का सूक्ष्म विद्युत संतुलन बिगड़ता है और प्राकृतिक आपदाओं – का बाढ़,भूकंप, सूखा और तूफान के रूप में प्रकोप होता है इन सबके लिए ईश्वर ज़िम्मेदार नहीं हैं | प्रकृति को नियंत्रित करने से पहले, मनुष्य को स्वयं अपनी मानसिकता को नियंत्रित करने की जरूरत हैं | इसलिए हर वर्ष वन महोत्सव हमें यही सिखाता है कि यदि हम प्रकृति का ध्यान रखते हैं,तो प्रकृति भी हमारा ध्यान रखेगी यह उत्सव हमें हर साल एक नई शुरुआत करने और धरती को हरा भरा बनाने की प्रेरणा देता है अगर हम सभी मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे तो आने वाली पीढ़ी को एक सुंदर और स्वास्थ्य समाज मिलेगा | इसी तहत दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के दिशा निर्देश में संस्थान की ओर से पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत चलाई जा रही हरित मुहिम वन महोत्सव के उपलक्ष्य में पौधारोपण वह पौधावितरण किया गया | जिसमें साध्वी रबिया भारती जी ने न केवल पौधों को लगवाया बल्कि उनकी देखरेख करने की जिम्मेदारी भी कार्यकर्ताओं को दी |