मानव उत्थान सेवा समिति का ‘एक लाख पौधे लगाने का अभियान शुरू, सेक्टर-8, 9 ओर 32 में लगाए पौधे, करनाल में लगेंगे एक हजार पौधे

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करनाल  विजय काम्बोज |। आध्यात्मिक गुरु श्री सतपाल जी महाराज की प्रेरणा से मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा पौधारोपण अभियान का शुभारम्भ किया गया। प्रदेश में मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। जिसकी शुरुआत करनाल से हुई। मानव उत्थान सेवा समिति के जिलाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता के नेतृत्व में सेक्टर-8, 9 ओर 32 में पौधे लगाए गए। इस खास अवसर पर महात्मा अंतरमुखी बाई जी, महात्मा सुबद्रा बाई जी, जिला प्रधान प्रदीप गुप्ता, अनाज मंडी प्रधान सुभाष गुप्ता, नरेश गर्ग, रामसिंह दुआ, सचिन गर्ग, सुरेंद्र काम्बोज, राजिंद्र फौजी, सुनीता देवी समेत कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। मानव उत्थान सेवा समिति के जिलाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने सभी के साथ मिलकर अलग अलग जगहों पर पौधे लगाए। उन्होंने बताया कि पहल का लक्ष्य 1,00,000 पौधे लगाने और राज्य के पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन में योगदान देना है। महात्मा अंतरमुखी बाई जी, महात्मा सुबद्रा बाई जी ने पौधों के संरक्षण के लिए लोगों को संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा के लिए पौधारोपण अति आवश्यक है। एक वृक्ष 10 पुत्र के समान है, इसलिए हमें अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ लगाना चाहिए। हरियाली समाप्त होने से भीषण गर्मी व अनेक लाइलाज बीमारियां फैलने लगी हैं। अगर हम अपने जीवन की खुशियां चाहते हैं तो पौधे लगाने के लिए आगे आना ही होगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति और मानवता का संतुलन बनाए रखने के लिए हमें पौधों की देखभाल करनी होगी, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ एक हरा-भरा वातावरण पाएं। उन्होंने बताया कि पौधरोपण सिर्फ वृक्षों को जोड़ना नहीं, बल्कि जीवन को जोड़ना है। प्रदीप गुप्ता ने कहा कि पौधे केवल हरियाली का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि वे जीवन का आधार हैं। मानव जाति के अस्तित्व और पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षों का संरक्षण आवश्यक है। आध्यात्मिक गुरु श्री सतपाल जी महाराज की प्रेरणा से मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा चलाया गया यह पौधारोपण अभियान न केवल प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, स्वस्थ और हरित भविष्य की दिशा में उठाया गया सार्थक कदम है। हर एक पौधा एक नई आशा, एक नई सांस और एक नया जीवन लेकर आता है। इस दौरान मानव उत्थान सेवा समिति करनाल से जुड़े अनुयायियों ने भी पौधे रोपित करने के साथ साथ उनकी देखरेख करने का भी संकल्प लिया।