इन्द्री विजय काम्बोज ||
दुर्गा अष्टमी के पावन पर्व पर इन्द्री के देवी मंदिर में मंदिर सुधार सभा की ओर से एक धार्मिक आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर को फूलों व गुब्बारों से सजाया गया जोकि देखने लायक था। मंदिर में मां के पूजन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारे लगी हुई थी। इस बारे में जानकारी देते हुए मंदिर सुधार सभा के प्रधान पवन सिंगला ने बताया कि माता मनसा देवी जी का यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है। 2007 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था ओर एक भव्य मंदिर का भवन बनाया गया। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी दुर्गा अष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। तीन अक्तूबर को इसकी शुरूआत दुर्गा सप्तति के पाठ से की गई। रोज सुबह पाठ व शाम को आरती का आयोजन किया गया जिसमें सैंकड़ों की संख्या में शहरवासियों ने भाग लेकर मां का आर्शिवाद प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि मंदिर सुधार सभा की ओर से हर पर्व को बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। आज कन्या पूजन के बाद भंड़ारे का आयोजन भी किया गया है। वहीं मंदिर के पुजारी मोहित ने बताया कि शरदीय नवरात्रों की अष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रात: मां का पूजन किया गया ओर अब कन्या पूजन के बाद भंड़ारे का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंदिर में मां के सभी स्वरूप विद्यमान है जिनके आगे भक्तजन माथा टेककर आर्शिवाद ग्रहण करते है। इन दिनों में मां के सभी स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां ने दुष्टों व असुरो का संहार किया। मां शक्ति का रूप है ओर इन दिनों में मां की विशेष उपासना की जाती है। इस मौके पर चले भंड़ारें में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रशाद ग्रहण किया।