समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों ने शामिल होकर प्रकृति की सुंदरता का किया अनुभव,
नारायणगढ़, 22 सितंबर। राजेश वर्मा
भारतीय योग संस्थान नारायणगढ़ (बीवाईएस) द्वारा एक विशेष साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया, भारतीय योग संस्थान के जोन प्रधान संजय धीमान ने बताया कि इस साइकिल यात्रा में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। इस यात्रा में विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, डॉक्टर, पत्रकार, अधिवक्ता, पुलिस कर्मचारी, सेवानिवृत नौसेना अधिकारी, व्यवसायी, बच्चे, महिलाएं, पुरुष और बुजुर्ग लोगों ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया।
संजय धीमान ने बताया की इस यात्रा की शुरुआत रविवार को प्रात: 5 बजे नारायणगढ़ में अहलुवालिया धर्मशाला से की गई जोकि टोका साहिब गुरुद्वारा पर पहुंची और वहां से नारायणगढ़ तक साइकिल यात्रा की गई जोकि अहलुवालिया धर्मशाला पर सुबह 10 बजे आकर सम्पन्न हुई। इस यात्रा के दौरान प्रतिभागियों ने न सिर्फ साइकिलिंग का भरपूर आनंद लिया बल्कि प्रकृति की सुंदरता को भी अनुभव किया।
यात्रा के बीच में नदी में तैराकी, स्वच्छ और ताजगी भरे माहौल में सामूहिक जलपान और मनोरम दृश्यों का आनंद लिया गया। प्रतिभागियों ने आपस में मिलकर एक सुखद समय व्यतीत किया। भारतीय योग संस्थान के केंद्र प्रमुख डॉक्टर राजेश और संयोजक एडवोकेट लाजपत ने बताया कि यह साइकिल यात्रा हर वर्ष निकाली जाती है। साइकिल यात्रा से समाज में एक स्वास्थ्यवर्धक वातावरण उत्पन्न होता है। भारतीय योग संस्थान की ओर से सभी को स्वास्थ्य की शुभकामनाएं दी गई।
साइकिल यात्रा के लाभ : स्वास्थ्य में सुधार, शारीरिक सहनशक्ति में वृद्धि, मानसिक ताजगी और नवीनीकरण इस साइकिल यात्रा ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लाभों पर भी जोर दिया। भारतीय योग संस्थान द्वारा आयोजित यह आयोजन सभी प्रतिभागियों के लिए एक प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक अनुभव साबित हुआ।
इस साइकिल यात्रा के दौरान प्रधानाचार्य सुरेश गोयल, प्रधानाचार्य सुधीर, डॉक्टर अनिरुद्ध सैनी, डॉक्टर सचिन बंसल, डॉक्टर संदीप बंसल, संजय धीमान, मान सिंह, मनोज वालिया, राजेश वर्मा, एडवोकेट लाजपत, सुभाष बंसल, अजीत त्यागी, संदीप गोयल, रेखा रानी, नविता, नीलम, निशु, कन्नू, मानवी, अन्वी, अनिका, नरेंद्र, रामनाथ धीमान, पंडित रमाशंकर, कृष्ण लाल, हार्दिक, प्राची, नरेन्द्र शर्मा, राकेश सूद, तेजस वालिया सहित बहुत सारे बच्चे और नारी शक्ति मौजूद रही। इस साइकिल यात्रा की विशेषता यह रही कि इसमें 10 वर्ष के बच्चों से लेकर 75 वर्ष तक के बुजुर्ग और नारी शक्ति का इतनी संख्या में शामिल होना रहा।