बीडीपीओ ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे पिता-पुत्र घेलडी के पूर्व सरपंच पर कागजों में हेरफेर पर पंचायती जमीन पर कोठी बनाने का अरोप

बराड़ा जयवीर राणा।।
पूर्व सरपंच द्वारा सरकारी कागजों में हेरफेर करने और पंचायती जमीन कब्जाने के मामले में कार्रवाई ना होने पर बुधवार को गांव घेलड़ी के पिता-पुत्र बीडीपीओ कार्यालय के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि वह मामले में कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, इसलिए जब तक कार्रवाई नहीं होती वह धरने से नहीं उठेंगे।
गांव घेलड़ी निवासी अशोक कुमार ने आरोप लगाया कि उनके गांव पंचायती जमीन के दो नंबर थे 20 और 21, जिस पर पूर्व सरपंच प्रवीण कुमार ने कब्जा कर लिया। अशोक कुमार ने बताया कि वह 2005-10 में गांव में पंचायत सदस्य रहा, जिस कारण उसे जानकारी थी कि गांव में कौन से नंबर की जमीन पंचायत की है। वर्ष 2015-20 के बीच प्रवीण कुमार गांव के सरपंच रहे और उन्होंने दोनों नंबर पर कब्जा करके अपना घर बनाना शुरू कर दिया। जब अशोक ने उसे कहा कि यह पंचायती जमीन तो प्रवीण कुमार ने कहा कि यह जमीन उसके दादा जगदीश सिंह के नाम है जो फिल्डबुक में भी दर्ज है। अशोक कुमार ने बताया कि गांव में एससी चौपाल की जगह पर गांव के ही किसी व्यक्ति ने कब्जा किया हुआ था और वर्ष 1995 में एससी चौपाल से कब्जा हटवाने के लिए कोर्ट में केस डाला गया था और फिल्ड बुक का रिकॉर्ड कोर्ट में दिखाया गया। जिस पर कोर्ट ने फिल्ड बुक को सही ठहराते हुए यह पंचायत के हक में फैसला सुनाते हुए कब्जा छुड़वाने के आदेश दिए थे। उस समय यह इस फिल्डबुक की कॉपी कोर्ट के रिकॉर्ड में थी। अशोक कुमार ने बताया कि वर्ष 2022 में उन्होंने अम्बाला कोर्ट से रिकॉर्ड निकवाया तो उसमें दर्ज फिल्डबुक के अनुसार 21 नंबर जमीन पंचायत की है, वहीं जब आरटीआई के तहत बीडीपीओ कार्यालय से इसकी जानकारी मांगी तो यह जमीन प्रवीण कुमार के दादा जगदीश के नाम दिखा रही है। जिससे साफ है कि बीडीपीओ कार्यालय से मिलीभगत के अनुसार ही रिकॉर्ड में हेरफेर किया गया। अशोक कुमार ने इस संबंध में डीसी को शिकायत की, जिस पर डीसी ने बराड़ा एसडीएम को जांच के आदेश दिए। एसडीएम ने बराड़ा बीडीपीओ को रिकॉर्ड को आदेश दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अशोक कुमार ने बताया कि बीते दिनों उन्होंने मौजूदा एसडीएम अश्वनी मलिक से इस संबंध में शिकायत दी तो बीडीपीओ ने आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में मामला दर्ज करवाएंगे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद अशोक कुमार ने दोबारा जानकारी मांगी तो बीडीपीओ ने एससीपीओ को आदेश दिए, एससीपीओ ने पटवारी को आदेश दिए और पटवारी ने मौजूदा सरपंच से 4 जुलाई तक रिकार्ड देने के आदेश दिए। लेकिन इतने दिन बाद भी कार्रवाई ना होने पर आज वह धरने पर बैठ गए। आज बीडीपीओ ने कार्रवाई करने का आश्वसन दिया जिस पर धरने से उठ गए।
उल्लेखनीय है कि बराड़ा बीडीपीओ पर पहले भी लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं। गांव तलहेड़ी रांगडान में भी पूर्व सरपंच के खिलाफ बीडीपीपीओ द्वारा कार्रवाई ना करने पर शिकायतकर्ता ने जब बीडीपीओ कार्यालय में धरने देने की बात कही तो बीडीपीओ ने आनन-फानन में पूर्व सरंपच के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए बराड़ा थाने को लिखा। आज भी जब पिता-पुत्र धरने पर बैठे तो बीडीपीओ ने शिकायतकर्ता को धरने उठाने के लिए पुलिस को कार्रवाई के लिए लिखित आदेश देते दिखाई दिए।

रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। किस सरपंच के कार्यकाल में रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की गई है। रिकॉर्ड में जो भी आरोपी पाया जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को लिखा जाएगा।

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