करनाल विजय कम्बोज
श्री खाटू श्याम कीर्तन मंडल करनाल की तरफ से श्रीमद् भागवत सप्ताह के पाँचवे दिन पूज्य जया किशोरी जी ने कथा में कृष्ण जी की बाल लीला, श्री गोवर्धन पूजा का प्रसंग सुनाया। आज की कथा में मुख्य यजमान के रूप में विपिन गुप्ता,अतुल जैन,निखिल गुप्ता, अनुभव बंसल, भाविक बंसल, शोभित गुप्ता, तरुण गुप्ता , अमित गुप्ता, पवन सिंगला, सुनील सिंगला, विकास सिंगला, हरीश गोयल रहे।
श्रीमद् भागवत कथा में आज पांचवें दिन उन्होंने कहा कि कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलाधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएं उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। ज्या जी ने श्रीकृष्ण भगवान के माखन चोरी की कथा सुनाई। कथा सुनकर प्रभु भक्त भाव विभोर हो गए। श्री कृष्ण की माखन चोरी की लीला का वर्णन करते हुए कहा कि जब श्रीकृष्ण भगवान पहली बार घर से बाहर निकले तो उनकी बृज से बाहर मित्र मंडली बन गई। सभी मित्र मिलकर रोजाना माखन चोरी करने जाते थे। सब बैठकर पहले योजना बनाते की किस गोपी के घर माखन की चोरी करनी है। श्रीकृष्ण माखन लेकर बाहर आ जाते और सभी मित्रों के साथ बांटकर खाते थे। भगवान बोले जिसके यहां चोरी की हो उसके द्वार पर बैठकर माखन खाने में आनंद आता है। माखन चोरी की लीला का बखान करते हुए उन्होंने भगवान कृष्ण के बाल रूप का सुंदर प्रकार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण बचपन में नटखट थे।भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं से जुड़ी कथा को सुनने व अधिकाधिक संख्या में कथा में भागीदार बनने के लिए भक्तों में भारी उत्साह और जोश दिखाई पड़ रहा है।आज कथा में हजारों भक्तो ने कथा का श्रवण किया।