बाबैन,2 नवंबर(रवि कुमार): गांव लखमडी में मीर बाबा पीर की मजार पर हर साल की भांति विशाल दंगल का आयोजन किया गया । इस दगल में दुर दराज से आए पहलवानों ने अपने दमखम दिखाए । दंगल का शुभारंभ पंजाब के संगरूर जिले एसपी नवरीत ङ्क्षसह विर्क ने पहलवानों का हाथ मिलवाकर किया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कमेटी प्रधान जसविन्द्र सिंह ढिल्लो ने की। इस अवसर पर पहलवानों व दर्शकों को संबोधित करते हुए एसपी नवरीत ङ्क्षसह विर्क ने कहा कि हमारे गांव के बजुर्गों की याद में इस कुश्ती दंगल व मेले का आयोजन हर साल किया जाता है। उन्होंने कहा कि कुश्ती दंगल हमारी प्राचीन संस्कृति का प्रतीक और लोंगों का पंसदीदा प्राचीन खेल है, जब कुश्ती में दो खिलाडी अपने दमखम के बल पर एक दूसरे से जीतने का प्रयास करते हैं जिसमें खिलाडियों को ही नहीं बल्कि दर्शकों का भी खूब मनोरंजन होता है। उन्होंने कहा कि हमारे भारत देश के प्रयासों से इस खेल को अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज मोबाइल व इंटरनैट के अंधाधुंध प्रयोग के कारण शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी युवा वर्ग इस खेल से दूरी बनाते जा रहे हैं क्योंकि पढ़ाई व आधुनिकता की दौड़ में हर कोई पैसा कमाना चाहता है और प्राचीन भारतीय संस्कृति के प्रतीक खेलों की ओर ध्यान नहीं देते हैं जिस कारण आज युवाओं के शरीर को अनेक बीमारियों व नशों ने जकड़ा हुआ है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे परम्परागत खेलों को अपनाकर अपने कौशल का उमदा प्रदर्शन करें और अपने गांव व देश का नाम रोशन करें और नशों से बचें। उन्होंने कहा कि खेलों में 2 बार देश के लिए खेलने के बाद ही आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। इस दंगल में पहलावन हरि सोनीपत ने अपने प्रतिद्वंद्वी पहलवान अमित चण्ढीगढ को पटखनी देकर अपना मुकाबला जीता। इस मौके पर शमशेरजीत सिंह विर्क, आलम विर्क, आफताब विर्क, कमेटी प्रधान जसविन्द्र सिंह ढिल्लों, सरपंच सतपाल सिंह, सुशील कुमार जिदंल, निर्मल सिंह चीमा, हरियाणा बीज विकास निगम के डायरैक्टर जितेंद्र ङ्क्षसह गिल, मजेर सिंह वर्क, सुरेंद्र सिंह विर्क, सरदार हरिन्द्र सिंह, निर्भय ङ्क्षसह लखमड़ी, जस्सी लखमड़ी, संजय संघौर, रणजीत बुहावी व अन्य कमेटी के सदस्य व ग्राम पंचायत लखमंडी के सदस्य मौजूद रहे।