नेनों यूरिया की जब्री बिक्री को लेकर कृषि एंव कल्याण विभाग के कार्यालय में किया जोरदार प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
एजेंसियों व विक्रताओं द्वारा नैनों यूरिया सहित अन्य अनावश्यक दवाईयों की जब्री बिक्री किए जाने के लगाए आरोप
कृषि एंव कल्याण विभाग करे कड़ी कार्यवाही, नही तो स्वंय निपटेगें किसान
करनाल विजय कांबोज।। यूरिया खाद के साथ जब्री तौर पर किसानों को बेचे जा रहे नेनों यूरिया के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिसकों लेकर भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के बैनर तले एक बार फिर किसानों ने एकत्रित होकर सीएम सीटी में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। भाकियू कार्यकर्ताओंं ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों के साथ नेनों यूरिया के नाम पर जब्री नही होंने दी जाएगी। इससें पूर्व अर्जुन नगर स्थित दीनबंधू सर छोटूराम किसान भवन में जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुमन व जिला महासचिव सुरेंद्र सिंह बेनीवाल की अगुवाई में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। किसान पंचायत में भाकियू के प्रदेश सरंक्षक प्रेमचंद शाहपुर, प्रदेश संगठन मंत्री शाम सिंह मान, प्रव1ता सुरेंद्र सागवान, हलका असंध प्रधान स. जोगिंद्र सिंह झींडा, इन्द्री हलका प्रधान दिलावर सिंह डबकोली, हलका घरोंडा प्रधान धनेतर राणा, महिला जिलाध्यक्ष नीलम राणा ने अपने विचार रखते हुए नेनों यूरिया की जब्री बिक्री पर जोरदार तरीके से विरोध जताते हुए कहा कि किसानों के साथ की जा रही जब्री का विरोध किया जाएगा। किसान भवन से अपने वाहनों में सवार होकर किसान प्रदेश के कृषि एंव कल्याण विभाग के उपनिदेशक के कार्यालय के मु2य द्वार बाहर एकत्रित होकर कार्यालय परिसर में जोरदार नारेबाजी करते हुए नेनों यूरिया की जब्री बिक्री बंद किए जाने की मांग की। इसके उपरांत कृषि एंव कल्याण विभाग के एसडीओं दिनेश शर्मा व कवालटी कंट्रोल निरीक्षक सुनील बजाड़ को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि किसानों को यूरिया खाद के साथ खाद एजेंसियों व विक्रताओं द्वारा नैनों यूरिया सहित अन्य अनावश्यक दवाईयों की जब्री बिक्री की जा रही है। इस पर तुरंत रोक लगाई जाए। अगर कोई किसान अपनी मर्जी से खरीदता है, तो ठीक है। अन्यथा जब्री दिया गया तो जबरदस्त विरोध किया जाएगा। भारत सरकार भी इस पर गत १७ नवंबर २०२२ को प्रतिबंध लगा चुकी है। इसके बाद भी नैनों यूरिया की जब्री बिक्री जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कृषि एंव कल्याण विभाग नेनों यूरिया की जब्री बिक्री पर तुरंत रोक लगाने के स2त आदेश जारी करे। अन्यथा किसानों को इसके विरोध में आंदोलन करना पड़ सकता है। खाद विक्रताओं की दुकानों व दफतरों पर तालाबंधी जैसा कदम भी उठाया जा सकता है। जिसकी जि6मेंवारी कृषि विभाग की होगी। रतनमान ने नेतावनी के साथ कहा कि अगर आंदोलन करने की स्थिति में किसी प्रकार के जानमाल का नुकशान होता है तो उसकी सीधे सीधे तौर पर संबंधित जिला कृषि प्रशासन व प्रदेश सरकार की जि6मेंदारी होगी। इसलिए यह ज्ञापन उचित कार्यवाही हेतू कृषि एंव कल्याण विभाग के उप निदेशक के नाम सौंपा गया है। ताकि भविष्य में आंदोलित किसानों को दोषी न ठहराया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि अगर भविष्य में नैनों यूरिया की अवैध बिक्री पर प्रतिबंध नही लगाया तो भाकियू कार्यकर्ता उ1त निर्णय के मुताबिक आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। कृषि विभाग के एसडीओं दिनेश शर्मा व कवालटी कंट्रोल निरीक्षक सुनील बजाड़ ने किसानों के बीच आकर सयुक्त तौर पर किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि नेनों यूरिया की जब्री बिक्री नही होंने दी जाएगी। उपनिदेशक आज किसी कार्य से बाहर है। उनके आने के बाद इस संबंध में तत्काल आदेश जारी करवा दिए जाएगें। किसानों के साथ ज्यादती नही होंने दी जाएगी। इस अवसर पर किसान नेता ऋशिपाल दुपेढी, शिन्द्र सिंह दनौली, रणजीत जलमाना, महेंद्र मढ़ाण, प्रकाश देशवाल, अमरजीत बसी, गुरनाम दनौली, ओम सिंह,कश्मीर सिंह, देवेंद्र सागवान, संदीप सिंह ठरी सहित काफी सं2या में प्रदर्शनकारी किसान मौजूद थे।
कृषि एंव कल्याण विभाग करे कड़ी कार्यवाही, नही तो स्वंय निपटेगें किसान
करनाल विजय कांबोज।। यूरिया खाद के साथ जब्री तौर पर किसानों को बेचे जा रहे नेनों यूरिया के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिसकों लेकर भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के बैनर तले एक बार फिर किसानों ने एकत्रित होकर सीएम सीटी में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। भाकियू कार्यकर्ताओंं ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों के साथ नेनों यूरिया के नाम पर जब्री नही होंने दी जाएगी। इससें पूर्व अर्जुन नगर स्थित दीनबंधू सर छोटूराम किसान भवन में जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुमन व जिला महासचिव सुरेंद्र सिंह बेनीवाल की अगुवाई में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। किसान पंचायत में भाकियू के प्रदेश सरंक्षक प्रेमचंद शाहपुर, प्रदेश संगठन मंत्री शाम सिंह मान, प्रव1ता सुरेंद्र सागवान, हलका असंध प्रधान स. जोगिंद्र सिंह झींडा, इन्द्री हलका प्रधान दिलावर सिंह डबकोली, हलका घरोंडा प्रधान धनेतर राणा, महिला जिलाध्यक्ष नीलम राणा ने अपने विचार रखते हुए नेनों यूरिया की जब्री बिक्री पर जोरदार तरीके से विरोध जताते हुए कहा कि किसानों के साथ की जा रही जब्री का विरोध किया जाएगा। किसान भवन से अपने वाहनों में सवार होकर किसान प्रदेश के कृषि एंव कल्याण विभाग के उपनिदेशक के कार्यालय के मु2य द्वार बाहर एकत्रित होकर कार्यालय परिसर में जोरदार नारेबाजी करते हुए नेनों यूरिया की जब्री बिक्री बंद किए जाने की मांग की। इसके उपरांत कृषि एंव कल्याण विभाग के एसडीओं दिनेश शर्मा व कवालटी कंट्रोल निरीक्षक सुनील बजाड़ को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि किसानों को यूरिया खाद के साथ खाद एजेंसियों व विक्रताओं द्वारा नैनों यूरिया सहित अन्य अनावश्यक दवाईयों की जब्री बिक्री की जा रही है। इस पर तुरंत रोक लगाई जाए। अगर कोई किसान अपनी मर्जी से खरीदता है, तो ठीक है। अन्यथा जब्री दिया गया तो जबरदस्त विरोध किया जाएगा। भारत सरकार भी इस पर गत १७ नवंबर २०२२ को प्रतिबंध लगा चुकी है। इसके बाद भी नैनों यूरिया की जब्री बिक्री जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कृषि एंव कल्याण विभाग नेनों यूरिया की जब्री बिक्री पर तुरंत रोक लगाने के स2त आदेश जारी करे। अन्यथा किसानों को इसके विरोध में आंदोलन करना पड़ सकता है। खाद विक्रताओं की दुकानों व दफतरों पर तालाबंधी जैसा कदम भी उठाया जा सकता है। जिसकी जि6मेंवारी कृषि विभाग की होगी। रतनमान ने नेतावनी के साथ कहा कि अगर आंदोलन करने की स्थिति में किसी प्रकार के जानमाल का नुकशान होता है तो उसकी सीधे सीधे तौर पर संबंधित जिला कृषि प्रशासन व प्रदेश सरकार की जि6मेंदारी होगी। इसलिए यह ज्ञापन उचित कार्यवाही हेतू कृषि एंव कल्याण विभाग के उप निदेशक के नाम सौंपा गया है। ताकि भविष्य में आंदोलित किसानों को दोषी न ठहराया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि अगर भविष्य में नैनों यूरिया की अवैध बिक्री पर प्रतिबंध नही लगाया तो भाकियू कार्यकर्ता उ1त निर्णय के मुताबिक आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। कृषि विभाग के एसडीओं दिनेश शर्मा व कवालटी कंट्रोल निरीक्षक सुनील बजाड़ ने किसानों के बीच आकर सयुक्त तौर पर किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि नेनों यूरिया की जब्री बिक्री नही होंने दी जाएगी। उपनिदेशक आज किसी कार्य से बाहर है। उनके आने के बाद इस संबंध में तत्काल आदेश जारी करवा दिए जाएगें। किसानों के साथ ज्यादती नही होंने दी जाएगी। इस अवसर पर किसान नेता ऋशिपाल दुपेढी, शिन्द्र सिंह दनौली, रणजीत जलमाना, महेंद्र मढ़ाण, प्रकाश देशवाल, अमरजीत बसी, गुरनाम दनौली, ओम सिंह,कश्मीर सिंह, देवेंद्र सागवान, संदीप सिंह ठरी सहित काफी सं2या में प्रदर्शनकारी किसान मौजूद थे।
किसान नेता मान ने कहा कि नेनों खाद डालने से किसानों की लागत बढ़ जाएगी। इसकों खेतों में किसानों को सप्रे करवाने का अतिरिक्त खर्च वहन करना पडेगा। ना ही आज तक इस नेनों यूरिया कर खेतों में ट्रायल किया गया है। दानेदार यूरिया का खेतों में हर कोई किसान कर लेता है। जबकि नेनों यूरिया का सप्रे किया जाता है। इससे लेबर खर्च करीब किसान को नेनो की कीमत के अलावा करीब ३०० रूपए प्रति एकड़ वहन करना पड़ेगा। जबकि दानेदार यूरिया की कीमत २६० रूपए प्रति कट्टा है। इसलिए भी इसका विरोध किया जा रहा है।
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