रियाणा में सबसे हॉट सीट मानी जा रही हिसार लोकसभा पर बिश्नोई परिवार की एंट्री हो गई है। कांग्रेस यहां से पूर्व CM भजनलाल के बेटे पूर्व डिप्टी CM चंद्रमोहन को टिकट देने की तैयारी कर रही है। चंद्रमोहन पंचकूला के कालका से चार बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वह हिसार की विधानसभा नलवा से भी 2014 में चुनाव लड़ चुके हैं।
इस चुनाव में उन्होंने INLD की टिकट से चुनाव लड़े रणबीर गंगवा को कड़ी टक्कर दी थी, हालांकि वह यह चुनाव बहुत कम मार्जिन से हार गए थे। कांग्रेस पार्टी यदि उन्हें यहां से टिकट देती है तो दूसरे दलों के लिए वह मुश्किलें जरूर खड़ी करेंगे।
सियासी जानकारों का भी कहना है कि अन्य नेताओं के मुकाबले चंद्रमोहन कांग्रेस प्रत्याशी के लिए बेहतर उम्मीदवार साबित होंगे। चंद्रमोहन अभी ऑल इंडिया कांग्रेस (AICC) के मेंबर भी हैं।
चंद्रमोहन के नाम की इन 2 वजहों से चर्चा…
कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी का मिलेगा फायदा
चंद्रमोहन के कांग्रेस पार्टी के द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि यहां से भाजपा की टिकट के सबसे प्रबल दावेदार कुलदीप बिश्नोई की टिकट काटकर रणजीत सिंह चौटाला को पार्टी ने टिकट दिया है। इस कारण से वह नाराज बताए जा रहे हैं।
हाल ही में उनके विधायक बेटे भव्य बिश्नोई X पर पोस्ट डालकर अपनी नाराजगी दिखा भी चुके हैं। इसके साथ ही वह पार्टी की मीटिंगों से भी किनारा कर चुके हैं। हाल ही में देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल के जॉइनिंग कार्यक्रम में भी वह नहीं पहुंचे थे।
नौ में से 5 विधानसभा परिवार की अभेद्य किला
तीसरी बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस पार्टी जानती है कि हिसार लोकसभा के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जो भजनलाल परिवार का अभेद्य किला हैं। इसकी वजह यह भी है कि यहां सबसे अधिक वोटर जाट समुदाय के हैं। लोकसभा के साथ ही बिश्नोई परिवार विधानसभा चुनाव में भी हिसार, आदमपुर, नलवा, उकलाना, सोहना पर ही ध्यान केंद्रित करता है। चार और भी विधानसभा हैं। आदमपुर हलका 1968 से भजनलाल परिवार का अभेद्य दुर्ग है।
अब जानिए कौन हैं चंद्रमोहन
हिसार के नलवा विधानसभा से 2014 में चंद्रमोहन ने हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें जीत तो नहीं मिल पाई थी, लेकिन वह INLD के रणबीर सिंह गंगवा से बहुत मार्जिन से हार गए थे। इसके बाद भी वह लगातार हिसार क्षेत्र में काफी एक्टिव रहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के सबसे बड़े चंद्रमोहन हैं। इसलिए भजनलाल ने कुलदीप बिश्नोई से पहले उन्हें ही राजनीति में लॉन्च किया था।
इसके बाद वह लगातार चार बार विधायक बन कर विधानसभा में पहुंच चुके हैं। वह प्रदेश के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं। यही वजह है कि हिसार के क्षेत्र के लोग आज भी पंचकूला स्थित उनके आवास पर काम के लिए पहुंचते हैं।