शहीद उधम सिंह राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी में 48वे क्षेत्रीय युवा महोत्सव का भव्य शुभारंभ

97

इंद्री विजय कांबोज।। शहीद उधम सिंह राजकीय महाविद्यालय, मटक माजरी, इंद्री करनाल में युवा एवं सांस्कृतिक विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के तत्वावधान एवं उच्चतर शिक्षा विभाग, पंचकूला के निर्देशानुसार आयोजित तीन दिवसीय क्षेत्रीय युवा महोत्सव (13 से 15 अक्तूबर 2025) का शुभारंभ आज हरियाणा के  शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा के कर-कमलों द्वारा हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेन्द्र सिंह बागी ने की। महोत्सव का आयोजन संयोजिका डॉ. मीरा कश्यप एवं सह-संयोजिका डॉ. भारती के कुशल पर्यवेक्षण में किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में  शिक्षा मंत्री  महिपाल ढांडा ने उत्सव का उद्घाटन किया। उनके साथ  राम कुमार कश्यप, माननीय विधायक, इंद्री (करनाल) भी विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की।डॉ अनीता जून जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी करनाल, डॉ विवेक चावला, डायरेक्टर ऑफ़ यूथ एंड कल्चर डिपार्टमेंट, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, एस.डी.एम. अशोक मुंजाल, इंद्री, डी. एस . पी.  सतीश गौतम, इंद्री, डॉ राजेश रांझा, प्रधान, हरियाणा गवर्नमेंट कॉलेज टीचर एसोसिएशन, डॉ रिशिपाल प्राचार्य, जनता कॉलेज, कौल से उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथियों के आगमन पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ महेन्द्र सिंह बागी एवं कॉलेज काउंसिल के सदस्यों डॉ सुरेन्द्र सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ अनिल कुमारी, डॉ रणबीर सिंह, डॉ शालिनी, डॉ मीरा कश्यप एवं डॉ दीपा शर्मा ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सदस्यों ने गर्मजोशी से मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि का स्वागत किया। महाविद्यालय में उनके आगमन पर एन. सी. सी. के कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर एन. सी. सी. के प्रभारी कैप्टेन डॉ रणबीर सिंह की अगुवाई में दिया गया। तदोपरांत अतिथियों के द्वारा शहीद उधम सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।महाविद्यालय में विविध प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया, जिनमें विशेष आकर्षण रहा हरियाणवी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने वाली “सांझी” प्रदर्शनी, जिसने क्षेत्रीय लोक संस्कृति और परंपराओं को सुंदर ढंग से अभिव्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय परिसर में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. महेन्द्र सिंह बागी ने अपने उद्घाटन भाषण में संस्थान की उपलब्धियों, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला।यह उत्सव न केवल प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है, बल्कि युवाओं में सृजनशीलता, अनुशासन, सहयोग और राष्ट्रीय एकता की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।युवा शक्ति किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूँजी होती है। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों में न केवल आत्मविश्वास का विकास होता है, बल्कि उनमें अपनी संस्कृति, कला और परंपराओं के प्रति गर्व और लगाव भी बढ़ता है। मैं सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों, आयोजक शिक्षकों और सहयोगी कर्मचारियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। आशा है कि यह युवा उत्सव सभी के लिए प्रेरणादायी और अविस्मरणीय अनुभव सिद्ध होगा।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ महेन्द्र सिंह बागी ने शिक्षा मंत्री से अपने महाविद्यालय में बहुउद्देश्यीय हॉल, ओपन जिम तथा शेड युक्त पार्किंग निर्माण की मांग की।

इस पर शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ने आश्वाशन दिया कि इन कार्यों को जल्द ही पूरा किया जाएगा। उन्होंने अपने संबोधन में “संकल्प 2047” के लक्ष्य पर भी जोर दिया और कहा कि देश के 100वें स्वतंत्रता दिवस तक इस मिशन को पूर्ण करने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। माननीय शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे युवा महोत्सव छात्रों की प्रतिभा निखारने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और परंपरा को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि कला, साहित्य और संगीत के साथ-साथ शिक्षा में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। महोत्सव के पहले दिन विभिन्न मंचों पर कई रंगारंग प्रस्तुतियाँ हुईं। पानीपत एवं करनाल जोन के सभी महाविद्यालयों से विभिन्न प्रतिभागियों ने विभिन्न गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लिया।
स्टेज–1 का मंच संचालन डॉ दीपा के द्वारा किया गया। स्टेज–1 पर क्रिएटिव कोरियोग्राफी, रसिया ग्रुप डांस, लूर हरियाणवी डांस एवं पॉप सांग हरियाणवी की शानदार प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
स्टेज–2 का मंच संचालन प्रोफेसर डिम्पल ने किया। स्टेज–2 पर सोलो डांस फीमेल, माइम,
संस्कृत नाटक प्रस्तुत किया गया।
स्टेज–3 का मंच संचालन डॉ मंजू रानी ने किया। स्टेज–3 पर संगीत की गूंज सुनाई दी, जिनमें फॉक सॉन्ग सोलो (जनरल), फॉक सॉन्ग सोलो (हरियाणवी), फॉक इंस्ट्रुमेंटल सोलो, ग्रुप सांग जनरल एवं इंडियन ऑर्केस्ट्रा ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्टेज-4 का मंच संचालन प्रोफेसर पूजा ने किया। साथ ही ललित कला मंच पर ऑन द स्पॉट पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग और रंगोली की प्रतियोगिताएं हुईं। स्टेज-5 का मंच संचालन डॉ बाल ऋषि ने किया। साहित्यिक मंच पर संस्कृत वाद-विवाद (डिक्लेमेशन)एवं क्विज़ फाइनल का आयोजन किया गया। पहले दिन की सभी प्रतियोगिताओं ने यह साबित किया कि युवा शक्ति में अपार ऊर्जा और प्रतिभा है, जो भविष्य में देश और प्रदेश को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सदस्य उपस्थित रहे। यह एक सफल कार्यक्रम रहा।