मिट्टी, पानी, आकाश, धूप, हवा सब रोगों की यही दवा – डॉ अमित पुंज

प्रकृति सबसे बड़ी चिकित्सक है – डॉ अमित पुंज

करनाल विजय कांबोज।। हरियाणा योग आयोग के निर्देशानुसार तथा जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ सतपाल के मार्गदर्शन में जिला करनाल में प्राकृतिक चिकित्सा सप्ताह का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया इसी के अंतर्गत आज सातवें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर आज पांचवे तथा अंतिम दिन आर एन डबलयू प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र नीलोखेड़ी करनाल में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस का आयोजन किया गया।
इस शिविर में लगभग 120 लोगों ने भाग लिया
सर्वप्रथम जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ सतपाल द्वारा भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधि व शुरुआत की गई।

डॉ सतपाल जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा को जीवन में अपना कर बीमारियों से बचाव कर स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए प्रेरित किया।

आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ तथा हरियाणा योग आयोग के नोडल अधिकारी डॉ अमित पुंज ने बताया कि पांच दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के अंतिम दिन आयुष विभाग के सभी योग सहायकों तथा इंस्ट्रक्टर्स ने आर एन डबलयू प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र नीलोखेड़ी मे प्रदान की जाने वाली विभिन्न प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का अवलोकन किया।

डॉ वीणा सहगल ने प्रतिभागियों को बताया की किस प्रकार से रोगियों को मिट्टी चिकिता, भाप स्नान, सूर्य चिकित्सा, एक्यूप्रेशर चिकित्सा, शिरोधरा, जल चिकित्सा ठंडी तथा गर्म सिकाई इत्यादि को इलाज के रूप मे अपना कर हम रोगों को होने से पहले ही उसको किस प्रकार ठीक कर सकते है क्योंकि प्राकृतिक चिकित्सा रोग के लक्षण पर नही अपितु, कारण पर कार्य करती है।

डॉ नितिन रोहिल्ला ने आहार विहार तथा तनाव के कारण व निवारण पर चर्चा की।

डॉ दीपिका पुंज जी ने सभी से जीवन में योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा के नियमों को धारण करने के लिए प्रेरित किया।

डॉ राजपाल ने भी प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को हमारे पुरातन ऋषि मुनियों की अनमोल धरोहर बताया और इसको अपनाने की सभी से अपील की।

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