इन्द्री विजय कांबोज।।
उपमंड़ल के गांव मुरादगढ़ में स्थित महालक्ष्मी मंदिर में शरद नवरात्रि का पर्व बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर हवन यज्ञ किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए महालक्ष्मी मंदिर के संचालक भगत जोगिन्द्र जी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी शरद नवरात्रि पर्व मनाया गया जिसमें सुबह हवन यज्ञ किया गया। इस मौके पर 101 कंजकों का पूजन कर उन्हें वस्त्र दक्षिणा इत्यादि दिए भेंट किए गए। पवित्र नवरात्रों के दौरान दो ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तमी का पाठ करवाया गया। भगत जोगिन्द्र जी ने बताया कि यह परंपरा पिछले 37 वर्षो से चली आ रही है ओर मां लक्ष्मी की कृपा से आगे भी चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि मंदिर में हर हिंदू पर्व को बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें सभी गांववासियों का भरपूर सहयोग मिलता है। भगत जी ने कहा कि हमें लडक़ा व लडक़ी में कोई भेद नहीं रखना चाहिए ओर लड़कियों की शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने अपील की कि कन्या भू्रण हत्या एक पाप है ओर हमें इससे बचना होगा तभी भारत का भविष्य उज्जवल होगा। इस मौके पर भंड़ारे का भी आयोजन किया गया।
उपमंड़ल के गांव मुरादगढ़ में स्थित महालक्ष्मी मंदिर में शरद नवरात्रि का पर्व बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर हवन यज्ञ किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए महालक्ष्मी मंदिर के संचालक भगत जोगिन्द्र जी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी शरद नवरात्रि पर्व मनाया गया जिसमें सुबह हवन यज्ञ किया गया। इस मौके पर 101 कंजकों का पूजन कर उन्हें वस्त्र दक्षिणा इत्यादि दिए भेंट किए गए। पवित्र नवरात्रों के दौरान दो ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तमी का पाठ करवाया गया। भगत जोगिन्द्र जी ने बताया कि यह परंपरा पिछले 37 वर्षो से चली आ रही है ओर मां लक्ष्मी की कृपा से आगे भी चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि मंदिर में हर हिंदू पर्व को बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें सभी गांववासियों का भरपूर सहयोग मिलता है। भगत जी ने कहा कि हमें लडक़ा व लडक़ी में कोई भेद नहीं रखना चाहिए ओर लड़कियों की शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने अपील की कि कन्या भू्रण हत्या एक पाप है ओर हमें इससे बचना होगा तभी भारत का भविष्य उज्जवल होगा। इस मौके पर भंड़ारे का भी आयोजन किया गया।
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