पिहोवा, 23 जून (यज्ञदत्त शास्त्री):
पिहोवा स्थित प्राचीन माता सरस्वती मंदिर, जो देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, इन दिनों अव्यवस्थाओं का शिकार बना हुआ है। मंदिर के सामने रेहड़ियों और वाहनों की अवैध पार्किंग ने मार्ग को इस कदर अवरुद्ध कर दिया है कि श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों की मानें तो मंदिर के मुख्य द्वार के सामने अनधिकृत रेहड़ियों का जमावड़ा रोज़मर्रा की बात हो गई है। साथ ही, कई लोग अपनी गाड़ियां वहीं खड़ी कर देते हैं, जिससे संकरी गली में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
इतना ही नहीं, मंदिर परिसर और इसके आस-पास भिखारियों की भी भरमार देखने को मिलती है। इनमें महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हैं, जो श्रद्धालुओं से जबरन भीख मांगते हैं। जब तक उन्हें कुछ दिया न जाए, वे श्रद्धालुओं का पीछा नहीं छोड़ते। कई श्रद्धालु तो इस वजह से मानसिक रूप से परेशान हो जाते हैं।
विश्वासनीय सूत्रों के अनुसार, भीड़भाड़ और अव्यवस्था का फायदा उठाकर जेबतराशी की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। कुछ श्रद्धालुओं की जेब कटने की शिकायतें भी प्रशासन को दी जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और नगर परिषद की निष्क्रियता के चलते यह ऐतिहासिक तीर्थस्थल अव्यवस्था का उदाहरण बनता जा रहा है। श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द ही सख्त कार्रवाई करते हुए रेहड़ियों को हटाया जाए, अवैध पार्किंग पर रोक लगाई जाए