पानी का जीवन में बहुत महत्व, क्योंकि जल ही जीवन है- एसडीएम अशोक मुंजाल

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जल का संरक्षण कर हम आने वाली पीढिय़ों को दे सकते हैं सौगात
इन्द्री विजय कांबोज।। एसडीएम अशोक मुंजाल ने बताया कि पानी हमारे जीवन में बहुत अहम है। यह धरती पर रहने वाले सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। हम भोजन के बिना कई दिन रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना आधा दिन गुजारना कठिन हो जाता है। यह जानते हुए भी कि जल ही जीवन है, हम पानी की अहमियत से अनजान बने हुए है और लगातार इसकी बर्बादी कर रहे हैं। हम इसकी इतनी बर्बादी कर रहे हैं कि हमें यह साधारण सी चीज लगती है लेकिन यह साधारण सी चीज असल में बहुत अनमोल है। वास्तव में हम पानी के उपयोग के प्रति अपनी जिम्मेवारी नहीं समझ रहे हैं और न ही दूसरों को इसका महत्व बता रहे हैं। अगर पब्लिक क्षेत्र में कहीं नल खुला है तो उसे बंद करना हम अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते। नहाते, कपड़े धोने, सफाई के लिए जरूरत से ज्यादा पानी इस्तेमाल करके हम पानी की बर्बादी करते हैं।
एसडीएम अशोक मुंजाल ने बताया कि हमारे देश में ऐसे बहुत सारे स्थान है, जहां लोग पानी की किल्लत से बुरी तरह परेशान है। पशु-पक्षी भी प्यास से अपना दम तोड़ देते हैं। वहीं, बहुत सारे स्थानों पर एक बाल्टी पानी लेने के लिए लोगों को मीलों चलना पड़ रहा है। दुनिया के कई हिस्सों में खासकर विकासशील देशों में जल संकट बढ़ता जा रहा है। सरकार तेजी से पानी की समस्या का हल निकालने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि पानी की बचत करना हम सब की जिम्मेवारी है, तभी हम अपनी आने वाली पीढिय़ों के भविष्य के लिए पानी सुरक्षित रख सकते हैं। पानी की बचत घर से ही शुरू करें। थोड़ी-2 समझदारी से हम आने वाली पीढ़ी को यह अहम सौगात तोहफे में दे सकते हैं। टूथब्रश व शेव करते समय और बर्तन धोते समय जरूरत न होने पर नल को खुला न छोड़े। नहाने के लिए बाथटब के इस्तेमाल से बचे। शावर और बाल्टी का इस्तेमाल करें। बाल्टी से भी पानी को बेकार न बहाए। अगर किसी टैप से पानी का रिसाव हो रहा है तो उसे तुरन्त ठीक करवाएं। रोज थोडे-थोडे कपड़े धोने की बजाय एक साथ इक_ा कर लो और पावर वाशिंग मशीन में धोए। इससे पानी और बिजली दोनों की बचत होगी। एसडीएम अशोक मुंजाल ने बताया कि हर व्यक्ति पेड़-पौधे लगाए। बारिश के लिए ये काफी सहायक होते हैं। बारिश होगी तो नदी नाले भर जाऐंगे। बगीचे में सुबह-शाम पानी दें। दोपहर या दिन में पानी देना व्यर्थ है क्योंकि भांप के कारण पानी उड़ जाता है। वाहनों को धोते समय पानी की काफी बर्बादी होती है। इसकी जगह पर गीले कपड़े का इस्तेमाल किया जा सकता है या बाल्टी में पानी लेकर वाहनों को धो सकते हैं। टैप चलते रहने से कई लीटर पानी बेकार बह जाता है। जरूरत न हो तो वाटर टैप को बंद कर दें। उन्होंने बताया कि जल है तो कल है और जल के कारण हमारा व हमारी पीढिय़ों का भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि पौधों को पाईप से नहीं बल्कि कैन की मदद से पानी देना चाहिए। इसी के साथ अपने पौधों के आसपास थोडी सड़ी-गली सब्जियां बिखेर दें, इससे पानी, समय और पैसे की बचत होगी। साथ ही अन्य लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ तकनीकों को भी अपनाकर जल संरक्षित किया जा सकता है। जैसे बारिश के पानी को इक_ा करना जल संरक्षण करके भूमि के गिरते भूजल स्तर को रोका जा सकता है।