इन्द्री विजय कांबोज
दून पब्लिक स्कूल मुखाला में गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश जिन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है की प्रतिमा के आगमन पर स्कूल में बड़े हर्ष उल्लास के साथ अध्यापक गण और बच्चों के द्वारा गणपति जी का स्वागत किया गया। इस मौके पर स्कूल प्रधानाचार्य अनू कंबोज ने बच्चों को बताया कि गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है जो भगवान गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान गणेश जिन्हें विघ्नहर्ता और शुभ-लाभ का प्रतीक माना जाता है। हर कार्य की शुरुआत में पूजे जाते हैं। यह त्यौहार विशेष रूप से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। दस दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान भक्तगण गणेश जी की मूर्तियों की स्थापना अपने घरों और सार्वजनिक पंडालों में करते हैं और उन्हें प्रसाद अर्पित कर अपनी भक्ति प्रकट करते हैं। गणेश चतुर्थी न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इस अवसर पर सभी अध्यापक गणों ने स्कूल व बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए गणपति जी की पूजा अर्चना की।