एड्स की सर्वप्रथम पहचान अमेरिका ने की: – नीरू देवी

करनाल विजय कांबोज।। नेहरू युवा केंद्र, करनाल (युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह समारोह पर जागरूकता दिवस समापन समारोह का आयोजन बाबू मूलचंद जैन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान करनाल में जिला युवा अधिकारी रेनू सिलग के निर्देशानुसार राज्य युवा अवार्डी नीरू देवी द्वारा किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में गुरमीत रमन, सुशील और विकास ने शिरकत की। सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम की शुरुवात की गई। कार्यक्रम में करनाल के हर ब्लॉक से युवा क्लबों के सदस्यों ने हिस्सा लिया। राज्य युवा अवार्डी नीरू देवी ने अपने विचार रखते हुए युवाओं को एचआईवी एड्स के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि एड्स की सर्वप्रथम पहचान युक्त राष्ट्र अमेरिका में वर्ष 1981 में की गई थी। एचआईवी/एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम (यूएनएड्स) के अनुमान यह दिखाते हैं कि पूरा विश्व एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने का प्रयास कर रहा है ताकि इस महामारी को जड़ से मिटाया जा सके। विगत दस वर्षों में इस दिशा में सराहनीय प्रयास किये गए हैं, फिर भी आज हमारे सामने यह एक विकट समस्या है। उन्होंने बताया की उन्होंने बताया कि एचआईवी संक्रमण असुरक्षित यौन सम्बन्धों से, संक्रमित हुई मुड़ी- सिरिंज के प्रयोग से एवं संक्रमित रक्त से फैलता है। एच.आई.वी. संक्रमित गर्भवती महिला से होने वाले नवजात शिशु को भी एच.आई.वी. संक्रमित होने का खतरा रहता है। राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक पूजा देवी ने अपने विचार रखते हुए युवाओं को नेहरू युवा केन्द्र संगठन और समाज में बढ रहे नशे के प्रकोप को दूर करने के लिए आग्रह किया। गुरमीत रमन ने अपने विचार रखते हुए युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के अनमोल विचारों पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कुनिष्का, प्रियंका, रोहित, अभिषेक, मोहन, कर्ण, गुलशन इत्यादि मौजूद रहे।

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