अधोया से पंचायती जमीन से पेड़ काटने के मामले में अधिकारियों से मिले सरपंच

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आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
बराड़ा(जयबीर राणा थंबड)
गांव अधोया (मुसलमान) में पंचायती जमीन से पेड़ काटने के मामले में आज भारी संख्या में बराड़ा उपमंडल के सरपंच अधोया सरपंच वीना रानी के साथ बीडीपीओ और डीएसपी से मिलने पहुंचे और उनसे मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सरपंच वीना रानी ने बताया कि गत दिनों वह मामले को लेकर गृहमंत्री अनिल विज से मिले थे, जिस पर गृहमंत्री ने मामले की जांच के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। जिस पर बराड़ा के एसडीएम ने बीडीपीओ, एसडीओ पंचायती राज और तहसीलदार की एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए थे। बुधवार को दोनों पक्षों को बुलाकर बराड़ा के तहसीलदार ने बयान कलमबद्ध किए। इस अवसर पर सरपंच कुलदीप सिंह, सरपंच रामकरण काला, सरपंच अशोक कुमार, सरपंच रोशन लाल, सरपंच रूलदा राम, शेर सिंह राणा, रोहताश राणा, दलीप अधोया, रवि कुमार सीवनमाजरा, अशोक कुमार सज्जनमाजारी समेत अन्य गांवों के सरपंच व मौजिज लोग मौजूद थे।
यह है मामला:-इनबॉक्स
सरपंच वीना रानी ने बताया कि उन्होंने पंचायती (गौचरान) जमीन से पेड़ काटने के मामले में पुलिस को भी शिकायत दी है। जिसमें उन्होंने बताया कि फारेस्ट गार्ड फूल सिंह ने 22 दिसंबर को पंच घनश्याम के पास फोन किया कि पंचायती जमीन से सफेदे के हरे पेड़ काटे जा रहे हैं। जिस पर सरपंच पति वहां पहुंचे तो गांव के जसबीर सिंह ने उनसे दुर्रव्यवहार किया। इसके बाद बीडीपीओ ऑफिस और एसएचओ बराड़ा के पास गए, वहां भी जसबीर सिंह दुर्रव्यवहार किया। इसके बाद एसडीएम से मिले तो उन्होने निशानदेही के आदेश दिए। लेकिन निशानदेही के दौरान भी जसबीर सिंह ने सरपंच के पति कैलाश कुमार और उनके बेटे आशीष पर हमला कर दिया। जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके बाद वह गृहमंत्री से मिले, जहां उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। आज उपमंडल के दर्जनों सरपंचों के साथ वीना रानी व उनका परिवार बीडीपीओ, डीएसपी से मिला और उन्हें न्याय दिलाने की मांग की। वहीं, सरपंचों ने भी मामले में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की।

एसडीएम को सौंपी रिपोर्ट:-इनबॉक्स
बराड़ा के तहसीलदार भुवनेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी में वह और उनके साथ बीडीपीओ सुशील मंगला और एसडीओ पंचायती विभाग शामिल थे। बुधवार को एसआईटी के समक्ष अधोया के दोनों पक्षों को बुलाया गया और दोनों पक्षों के बयान कलमबद्ध किए। इसके बाद रिपोर्ट एसडीएम विजेन्द्र सिंह को सौंप दी गई है।